सितारों का खेल: ज्योतिष की सलाह पर चुनी जा रही थी भारतीय फुटबॉल टीम !
Pen Poin, Dehradun : भारतीय फुटबॉल मौजूदा दौर में काफी बेहतर स्थिति में है। बीते एक साल में खिलाड़ियों के प्रदर्शन ने भारतीय टीम को दुनिया की सौ टीमों में शामिल करवा दिया है। लेकिन इस बीच एक ऐसा खुलासा हुआ है जिसने भारतीय फुटबॉल को अजीब पशोपेश में डाल दिया है। दरअसल भारतीय फुटबॉल महासंघ साल भर पहले एक ज्योतिषी के भरोसे पर टीम को चला रहे थे। इन ज्योतिष महाशय को करीब बारह लाख रूपए का भुगतान किये जाने की भी चर्चा है। इंडियन ऐक्सप्रेस में प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक भारतीय टीम के कोच इगोर स्टीमक और दिल्ली एनसीआर के रहने वाले ज्योतिष भूपेश शर्मा के बीच कई बार बातचीत हुई। जिसमें कोच ने टीम खिलाड़ियों की जानकारी के साथ ही टीम की रणनीति भी उससे साझा की हैं। किसी बाहरी व्यक्ति को भारतीय टीम की अहम जानकारियां देने का यह मामला काफी गंभीर माना जा रहा है। सबसे पहले यह बातचीत 9 जून 2022 को हुई थी। तब एशियाई कप क्वालिफायर में भारत और अफगानिस्तान के मैच को 48 घंटे शेष थे। इंडियन ऐक्सप्रेस के मुताबिक स्टीमक ने भूपेश शर्मा से बातचीत में 11 संभावित खिलाड़ियों का सूची का उल्लेख किया।
इस प्रतिष्ठित चैंपियनशिप से पहले विवादों, खराब फॉर्म और चोटों से जूझ रही भातीय टीम के लिये इस मैच में जीत जरूरी थी। कुछ घंटों के बाद ज्योतिषी भूपेश शर्मा ने हर खिलाड़ी के नाम के सामने अपनी टिप्पणी के साथ जवाब दिया। जिसमें अच्छा, बहुत अच्छा कर सकते हैं, या फिर अति आत्मविश्वास से बचने की जरूरत, औसत से कम दिन, फलां खिलाड़ी के लिये अच्छा दिन जैसी टिप्पणियां शामिल थीं। इसके बाद 11 जून को मैच शुरू होने से पहले भारतीय टीम की घोषणा हुई। जिसमें दो खिलाड़ियों को जगह नहीं मिली, क्योंकि ज्योतिषी के अनुसार उनके सितारे उस दिन के लिये ठीक नहीं थे।
यह बातचीत महज एक बार नहीं हुई। मई जून 2022 स्टीमक और भूपेश शर्मा के बीच कथित तौर पर करीब सौ संदेशों का आदान प्रदान हुआ। भारत ने इस दौरान चार मैच खेले जॉर्डन के खिलाफ एक दोस्ताना मैच और उसके बाद कंबोडिया, अफगानिस्तान के खिलाफ तीन एशियाई कप क्वालीफायर। हर मैच से पहले भारतीय टीमत के कोच और ज्योतिष के बीच बातचीत हुई। जिससे पता चलता है कि कोच ज्योतिष पर किस कदर भरोसा कर रहे थे। बीते एक साल में कई बार भूपेश शर्मा की सलाह पर टीम में बदलाव किये गए हैं। बताया जा रहा है भारतीय फुटबॉल महासंघ के ही एक पदाधिकारी ने स्टीमक को भूपेश से मिलावाया था। हालांकि अब महासंघ के प्रमुख और ये पदाधिकारी दोनों ही अपने पदों से रिटायर हो चुके हैं।
लंबे समय से फुटबॉल और उसके कर्ता धर्ता संगठनों पर नजरें बनाए देहरादून के वरिष्ठ पत्रकार राजू गुसांई के मुताबिक यह मामला काफी गंभीर है। भारतीय टीम की चयन प्रक्रिया को इस तरीके प्रभावित नहीं किया जा सकता, वो भी टीम प्रबंधन के बाहर के आदमी के कहने पर। वह व्यक्ति उपलब्ध जानकारियों का दुरूपयोग भी कर सकता है। इसके अलावा दुनिया की किसी भी टीम के लिये शायद ही ज्योतिष का सहारा लिया गया हो। ध्यान रखना चाहिए कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर खेल रहे ये सभी पेशेवर खिलाड़ी हैं मैदान पर खुद को साबित करते हैं।
Featured image-symbolic