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खेल संघों पर काबिज पदाधिकारी राष्ट्रीय खेलों में प्रदर्शन के लिये कितने जिम्मेदार हैं ?

Pen Point, Dehradun : बीते गुरूवार को गोवा में 37वें राष्ट्रीय खेलों का समापन हो गया। इन खेलों में महाराष्ट्र, सर्विसेज और कर्नाटक का दबदबा रहा। जहां तक उत्तराखंड की बात है तो इस बार भी राज्य का प्रदर्शन में कोई सुधार नहीं दिखा। बल्कि कुल पदकों के मामले में पिछले सालों की तुलना में इस साल राज्य पदक तालिका में पीछे ही खिसका है। इस बार उत्तराखंड 3 स्वर्ण, 6 रजत और 14 कांस्य समेत कुल 23 पदक प्राप्त करने में सफल रहा और पदक तालिका में 24वें स्थान पर रहा। जबकि 2022 के राष्ट्रीय खेलों में उत्तराखंड 26वें स्थान पर था और 2015 में 23वें स्थान पर रहा था।

राष्ट्रीय खेलों में उत्तराखंड के लगातार लचर प्रदर्शन का जिम्मा खेल संघों और राज्य की खेल गतिविधियों का जिम्मा संभाले पदाधिकारियों और अफसरों का भी है। यहां ऐसे ही 11 पदाधिकरियों की एक सूची है जिससे साफ होगा कि कौन पदाधिकारी किस खेल के लिये जिम्मेदार है। उल्लेखनी है कि पदाधिकारी राष्ट्रीय खेल महासंघों में भी महत्वपूर्ण पदों पर हैं। लेकिन उत्तराखंड के प्रदर्शन को देखते हुए लगता नहीं कि वे अपने गृह राज्य में खेलों पर कोई ध्यान दे रहे हैं।

उत्तराखंड ओलंपिक एसोसिएशन
1) प्रमुख- मुखर्जी निर्वाण (संभवतः मुक्केबाजी)रू कोई पदक नहीं
2) सचिव- डी.के. सिंह (हैंडबॉल) कोई भागीदारी नहीं
3) कोषाध्यक्ष- महेश जोशी (कबड्डी) कोई भागीदारी नहीं

खेल
1) अजय सिंह (अध्यक्ष, बॉक्सिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया) कोई पदक नहीं
2) राजीव मेहता (सचिव, फेंसिंग एसोसिएशन ऑफ इंडिया) कोई भागीदारी नहीं
3) चेतन गुरुंग (उपाध्यक्ष, टेबल टेनिस फेडरेशन ऑफ इंडिया) कोई भागीदारी नहीं
4) आरिफ अली (कार्यकारी सदस्य, अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ) कोई पदक नहीं
5) संदीप शर्मा (संयुक्त सचिव, एथलेटिक्स फेडरेशन ऑफ इंडिया) 2 स्वर्ण, 1 कांस्य
6) अलकनंदा अशोक (संयुक्त सचिव, भारतीय ओलंपिक संघ, बैडमिंटन) 1 रजत, 1 कांस्य
7) जतिंदर सिंह (सचिव, वुशु एसोसिएशन ऑफ इंडिया) 1 कांस्य
8) देवेश पांडे (सदस्य-आंतरिक, साइक्लिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया) कोई पदक नहीं

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