IPL: जानिए रूड़की के आकाश की गेंदबाजी बल्लेबाजों पर कैसा कहर बरपा रही है !
-मुंबई इंडियंस की नीली जर्सी नंबर 63 में उत्तराखंड के आकाश मधवाल ने अभी चार मैच ही खेले हैं, लेकिन बेहतरीन गेंदबाजी से कप्तान रोहित शर्मा के प्रमुख हथियार बन गए हैं
Pen Point, Dehradun : रुड़की के ढंढेरा गांव सहित पूरे उत्तराखंड के क्रिकेट प्रेमी कल रात जश्न में डूब गए। आईपीएल में ढंढेरा गांव का बेटा आकाश मधवाल हर गेंद से मानो कहर बरपा रहा था। मैच खत्म होने तक वह तीन ओवर और तीन गेंदों में महज पांच रन देकर पांच विकेट चटका चुका था। आईपीएल में कभी ऐसा नहीं हुआ, लिहाजा आकाश ने इतिहास रच दिया। कभी उत्तराखंड और पश्चिमी यूपी के गांवों में टेनिस बॉल के लोकल टूर्नामेंट खेलने वाला आकाश देखते ही देखते मुंबई इंडियन्स की टीम का तारणहार बन गया। अपनी दमदार गेंदबाजी से आकाश ने महज चार मैचों में ही भारतीय टीम के दरवाजे पर जोरदार दस्तक दी है। गौरतलब है कि ढंढेरा गांव में आकाश मधवाल भारतीय क्रिकेटर ऋषभ पंत के पड़ोसी हैं।
जसप्रीत बुमराह और जोफ्रा आर्चर जैसे दिग्गज गेंदबाजों की गैरमौजूदगी में नया नवेला अनकैप्ड खिलाड़ी। इस बार के आईपीएल में पांच बार की चैंपियन मुंबई इंडियन्स बुरी तरह फंस गई थी। फिर टीम के साथ चल रहे अतिरिक्त गेंदबाज आकाश मधवाल मौका दिया गया। जिसके पास ना तो जसप्रीत बुमराह जैसा गैर परंपरागत बॉलिंग ऐक्शन है और ना ही जोफ्रा आर्चर जैसा लंबा चौड़ा जिस्म। हर किसी के जेहन में ये सवाल था कि मुंबई के लिए ये गेंदबाज कितना खेल सकेगा। लेकिन उत्तराखंड के इस लाल ने गेंदबाजी से जो गदर मचाई, उसे देख हर कोई हैरान रह गया। बीती रात लखनऊ सुपरजाइंट की बल्लेबाजी तो आकाश की तीखी गेंदों के आगे पूरी तरह ढह गई।
पहले मैच में गुजरात टाइटन्स के खिलाफ इन फॉर्म बल्लेबाज शुभमन गिल को बोल्ड कर आकाश ने अपने सफर का शानदार आगाज किया। इस मैच में उन्होंने तीन विकेट लेकर बेपटरी हुई मुंबई इंडियन्स की टीम को जीतने में मदद की। बीते रविवार को सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ पहले आकाश ने 140 रन ओपनर पार्टनरशिप को तोड़ा, फिर एक के बाद एक तीन और विकेट लेकर अपनी हारती हुई टीम को जीत दिलाई। बीते बुधवार को अपने तीसरे मैच में तो उसकी गेंदों ने क्रिकेट के दिग्गजों का दिल जीत लिया।
इंजीनियरिंग के साथ शौकिया तौर पर खेलते थे
25 नवंबर 1993 को रुड़की में जन्में आकाश मधवाल इंजीनियरिंग के छात्र रहे हैं। इसके साथ शौकिया तौर पर ही टेनिस बॉल क्रिकेट खेलते थे। उन्होंने किसी ऐकेडमी में क्रिकेट की ट्रेनिंग नहीं ली। जानकारी के अनुसार मधवाल ने चौबीस साल की उम्र तक रेड बॉल क्रिकेट भी नहीं खेला था। साल 2019 में उत्तराखंड की रणजी टीम के ट्रायल में वह शामिल हुए। जहां तब कोच रहे वसीम जाफर की उन पर नजर पड़ी। लेकिन कोविड के कारण तब टूर्नामेंट रद्द हो गया था। साल 2021 में मधवाल को ने मेघालय के खिलाफ विजय हजारे ट्राफी में घरेलू क्रिकेट की लिस्ट ए में डेब्यू किया था। अब वह उत्तराखंड की व्हाइट बॉल टीम के कैप्टन भी हैं।
आईपीएल में चयन
पिछले साल सूर्यकुमार यादव के चोटिल होने पर आकाश को मुंबई इंडियन्स की टीम में चुना गया। बेस प्राइज यानी बीस लाख रुपए में तब उनकी भूमिका सपोर्ट गेंदबाज की थी। इस बार भी शुरुआती मैचों में उन्हें मौका नहीं मिला और वो नेट्स पर ही बल्लेबाजों को प्रैक्टिस करवाते रहे। लेकिन इंग्लैंड के तेज गेंदबाज जोफ्रा आर्चर के अपने देश लौटने के बाद मुंबई इंडियन्स के पास तेज गेंदबाजी विकल्प नहीं बचे। जसप्रीत बुमराह पहले ही उपलब्ध नहीं थे, इसलिए आकाश को मौका दिया गया। महज तीन मैचों में वह इस टीम के प्रमुख गेंदबाज हैं।