राज्य को चार हजार करोड़ रुपए की आमदनी देंगे शराब के शौकीन!
– उत्तराखंड ने इस साल रखा है 22 हजार करोड़ रूपये से ज्यादा कमाई का लक्ष्य
– बीते साल 18 हजार करोड़ रूपये के करीब ही हो सकी थी राज्य की आमदनी, 70 हजार करोड़ के करीब था राज्य का बजट
PEN POINT DEHRADUN : मौजूदा वित्तीय वर्ष में राज्य सरकार शराब के शौकीनों से चार हजार करोड़ रूपये के करीब का राजस्व जुटाएगी। बीते वित्तीय वर्ष में सरकार ने तय लक्ष्य के अनुसार शराब के शौकीनों से 3500 करोड़ रूपए का राजस्व जुटाया था तो इस साल इसमें करीब 450 करोड़ की वृद्धि करते हुए इस साल का लक्ष्य 3950 करोड़ रूपये रखा गया है। तो राज्य सरकार ने इस साल बीते साल के मुकाबले कमाई में करीब पांच हजार करोड़ रूपये अधिक होने का अनुमान लगाया है। बीते वित्तीय वर्ष में सरकार ने अपने स्रोतों से 17980 करोड़ रूपए खजाने के लिए जुटाए थे।
उत्तराखंड राज्य यूं तो केंद्र सरकार से मिलने वाली मदद के भरोसे ही अपनी गाड़ी चला रहा है। राज्य की हालत आमदनी चवन्नी खर्चा रूपए वाली है। ऐसे में राज्य सरकार राज्य में कमाई के साधनों के जरिए खजाना भरने के लिए खूब जोर लगाने जा रही है। अकेले शराब के शौकीनों से ही चार हजार करोड़ रूपए राजस्व जुटाने का लक्ष्य रखा गया है। राज्य की वित्तीय हालत किसी से छिपी नहीं है। कर्ज के भरोसे राज्य सरकार हर महीने सरकारी कर्मचारियों के वेतन भत्ते जुटाती है। राज्य सरकार ने बजट पर आत्मनिर्भर बनने के लिए अमेरिका की एक बड़ी एजेंसी तक को काम पर लगा रखा है जो राज्य सरकार की आजीविका बढ़ाकर उसे राज्य के खर्च के बराबर करेगी। हालांकि, एजेंसी के कार्यों का क्या परिणाम निकलता है वह समय देखेगा लेकिन इस साल के लिए राज्य सरकार ने 70 हजार करोड़ रूपए के जारी बजट के बाद अब कमाई के लिए भी लक्ष्य तय किया है। बीते साल राज्य सरकार ने राज्य जीएसटी, आबाकरी, स्टांप, खनन, परिवहन समेत अनेक मदों से कुल 17980 करोड़ रूपए जुटाए थे। इस साल कमाई का लक्ष्य बढ़ाकर 22054 करोड़ किया गया है। इसमें अकेले ही राज्य जीएसटी में बीते साल कमाए 7357 करोड़ रूपए के सापेक्ष इस वित्तीय वर्ष 8778 करोड़ रूपए का लक्ष्य निर्धारित किया है। वहीं, कमाई का दूसरा सबसे बड़ा जरिया आबकारी के लिए भी इस साल 3950 करोड़ का लक्ष्य रखा है। बीते साल आबकारी के जरिए सरकार ने रिकार्ड 3500 करोड़ रूपये जुटाए थे।
पांच साल पहले के मुकाबले 10 हजार करोड़ रूपए ज्यादा जुटाने का लक्ष्य
राज्य सरकार ने इस साल पिछले पांच साल पहले के मुकाबले 10 हजार करोड़ रूपए ज्यादा की कमाई का लक्ष्य रखा है। साल 2019-20 के वित्तीय वर्ष में राज्य सरकार ने विभिन्न मदों से करीब 12295 करोड़ रूपये कमाए थे। ऐसे में पांच साल में ही इस कमाई को दोगुने के करीब करने का लक्ष्य रखा गया है। साल 2020-21 में कोरोना की मार के बावजूद भी राज्य सरकार ने 13007 करोड़ रूपए की कमाई की तो साल 2021-22 में कमाई में सुधार लाते हुए 15333 करोड़ रूपए कमाए। तो बीते साल 17980 करोड़ रूपए की कमाई की। बीते सालों में कमाई में हुई वृद्धि का पैमाना देखे तो सरकार ने हर साल औसत होने वाली वृद्धि से ज्यादा का लक्ष्य रखा है। ऐसे में अब राज्य सरकार को कमाई वाले विभागों काम पर लगाना होगा।