प्रदेश प्रभारी दिल्ली से उत्तराखंड कांग्रेस को चलाना चाहते हैं , ऐसा नहीं होगा : प्रीतम सिंह
PEN POINT, देहरादून : उत्तराखंड कांग्रेस में एआईसीसी की लिस्ट आने के बाद से बयानबाजी तेज हो गयी है। पार्टी के बड़े नेता एक दूसरे पर सवाल उठा रहे हैं। पूर्व नेता प्रतिपक्ष और सीनियर कांग्रेस नेता प्रीतम सिंह ने एआईसीसी की लिस्ट में उत्तराखंड के 5 विधायकों के अलावा कई वरिष्ठ नेताओं को जगह न दिए जाने का मुद्दा उठाया है। इसके बाद कांग्रेस अध्यक्ष करण महारा ने उनपर ही पलटवार कर दिया। महारा ने प्रीतम को उनके समय कि लिस्ट याद दिलादी। इसके बाद अब फिर करण के बयान पर प्रीतम सिंह का पलटवार सामने आया है।
बतादें कि प्रीतम सिंह ने प्रदेश अध्यक्ष के बजाय प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव पर निशाना साधा है। उन्होंने बेलाग-लपेट कहा के प्रदेश प्रभारी तो चुनाव के बाद ऐसे गायब हो गया, जैसे गधे के सर सींग। प्रीतम ने आरोप लगाया कि देवेंद्र यादव चाहता है कि वह दिल्ली से बैठकर उत्तराखंड कांग्रेस चलाए। उन्होंने साफ़ किया कि पति नेतृत्व प्रभारी इसलिए बनाता है कि वह प्रदेश में जाए तो समन्वय बनाने का काम करे। बकौल प्रीतम सिंह मैंने अपने राजनीतिक जीवन में पहला प्रभारी देखा है, जो खुद ही अपने पार्टी बनकर काम कर रहा है।
वही हरीश रावत भी एआईसीसी की लिस्ट पर प्रीतम सिंह के बयान को गंभीर बयान बताया है। अब इस मुद्दे पर प्रीतम सिंह ने कहा हरीश रावत पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं। वह इस बात को जानते हैं कि जो हुआ है वह गलत हुआ है। उनके अनुसार अगर इलेक्शन की बात करते हैं, तो उत्तरकाशी और चंपावत जिले में भी पीसीसी मेंबर का चुनाव हुआ है। उन्होंने एआईसीसी तो बनाए ही गए होंगे, तो फिर क्यों इन दो जिलों को खाली छोड़ दिया गया।
वहीं करण माहरा के प्रीतम सिंह की लिस्ट पर सवाल खड़े किए जाने के मुद्दे पर प्रीतम सिंह ने सीधे तौर पर कहा कि कभी भी मेरी लिस्ट पर किसी ने सवाल नहीं किया। वही अपने कार्यकाल में तमाम नेताओं को मौका नहीं मिलने पर प्रीतम सिंह ने साफ तौर पर कहा कि मेरे समय में जिन को मौका नहीं मिला, वो नहीं मिल पाया होगा। लेकिन अब बात वर्तमान की हो रही है। प्रीतम सिंह ने कहा कि वैसे भी मैं प्रदेश अध्यक्ष की बात पर कोई जवाब देना नहीं चाहता।