लोक आस्था का आदर, सुरंग ऐक्सपर्ट अर्नोल्ड की तस्वीर चर्चा में
Pen Point, Dehradun : सिलक्यारा टनल हादसे में रेस्क्यू ऑपरेशन में मदद देने पहुंचे अंतर्राष्ट्रीय टनल विशेषज्ञ अर्नोल्ड डिक्स की एक तस्वीर चर्चा में है। जिसमें वह सुरंग के बाहर बनाए गए मंदिर में प्रार्थना की मुद्रा में बैठे हैं। यह तस्वीर तक की है जब उन्होंने अपना ऑपरेशन शुरू किया। इससे पहले वे पूरी साइट का जायजा ले चुके थे। इस पल को किसी ने कैमरे में कैद किया और देखते ही देखते लोगों में यह वायरल हो गई। सिभिन्न सोशल मीडिया साइट्स में इसे शेयर किया जा रहा है। अधिकांश लोग इसे उचित बता रहे हैं कि इस तरह उन्होंने स्थानीय देवी देवताओं के प्रति आदर भाव प्रकट किया है।
उत्तराखंड के जाने माने सामाजिक कार्यकर्ता अनूप नौटियाल ने भी ट्विटर एक्स पर इस तस्वीर को साझा किया है। उन्होंने लिखा है कि अर्नाेल्ड डिक्स एक वैश्विक विशेषज्ञ हैं, जो उत्तरकाशी में 41 लोगों को निकालने में सहायता कर रहे हैं। सुरंग में कदम रखने से पहले उसे स्थानीय रीति-रिवाजों को स्वीकार करते हुए देखना अच्छा लगता है। कई अन्य अधिकारी अक्सर लोगों, परंपराओं और प्रथाओं का अनादर करते हैं, उन्हें अर्नाेल्ड्स की एक पत्ती या 2 एफएम पुस्तक चुननी चाहिए।
Mr. Arnold Dix is a global expert, supporting the evacuation of 41 men in #Uttarkashi. Its nice to see him acknowledging local customs before stepping into tunnel. Many others/officials often disrespectful of people, traditions & practices should pick a leaf or 2 fm Arnolds book! pic.twitter.com/x7QTGOjC4w
— Anoop Nautiyal (@Anoopnautiyal1) November 21, 2023
इसके अलावा वरिष्ठ पत्रकार अनिल चमोली, संजीव कंडवाल, संतोष भट्ट समेत मीडिया से जुड़े कई लोगों ने भी फेसबुक पर इस तस्वीर को साझा किया है। जिसमें सबने अपने तरीके से अर्नोल्ड के इस कदम, मंदिर की जरूरत और रेस्क्यू ऑपरेशन पर अपनी बात कही है।
सोशल साइट्स पर सक्रिय उत्तराखंड लोक संस्कृति से जुड़े ग्रुप्स में इस तस्वीर पर खूब प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। गौरतलब है कि स्थानीय लोगों के दबाव के कारण सुरंग निर्माण कंपनी ने बीते 19 नवंबर को सुरंग के बाहर छोटा सा मंदिर बनाया था। जिसमें पंडित बुलाकर क्षेत्र के आराध्य बौखनाग देवता की पूजा की गई। बताया जा रहा है कि सुरंग निर्माण में पूजा का चलन और यहां पर मंदिर पहले भी था, लेकिन बाद में कंपनी ने इसे हटवा दिया था।