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फिर देहरादून की सड़कों को खोदने की तैयारी, मुसीबत के लिए हो जाईए तैयार

– स्मार्ट सिटी के कार्यों के लिए खोदी गई सड़कों ने दून के भीतर सफर करना किया दुश्वार, अब बिजली की लाइनों को भूमिगत करने के लिए भी सड़कों और गलियों को खोदने की तैयारियां
PEN POINT, DEHRADUN : स्मार्ट सिटी के कामों के नाम पर देहरादून की प्रमुख सड़कें फिलहाल खुदी पड़ी हैं। धूल और जाम से पूरा शहर हलकान है। कछुआ गति से चल रहे निर्माण कार्यों के पूरे होने के बाद ही सड़कों की हालत सुधर सकेगी तो जाम और धूल से लोगों को राहत मिले। लेकिन, राजधानी के सड़कों के अच्छे दिन फिलहाल आते नहीं दिख रहे हैं। अब बिजली लाइनों को भूमिगत करने के लिए फिर से सड़कों, गलियों को खोदने की तैयारी है। हालांकि, इसके बाद खंबों पर लटके तार के जालों से तो लोगांे को राहत मिल सकेगी लेकिन इसके लिए खोदी जाने वाली सड़के और गलियां लोगों की लंबे समय तक मुसीबत बढ़ाते रहेंगे।
बीते लंबे समय से राजधानी क्षेत्र देहरादून में बिजली की लाइनों को भूमिगत किए जाने की योजना बन रही थी। अब आखिरकार यूपीसीएल ने इसे मंजूरी दे दी है। करीब 977 करोड़ रूपए की लागत से राजधानी क्षेत्र को बिजली के तारों के जाल से मुक्ति दी जाएगी। बिजली के खंबों पर झूलती तारों को इस योजना के तहत जमीन के नीचे दबाया जाएगा। संभावनाएं है कि बिजली लाइन को भूमिगत करने की इस योजना को अगले साल की शुरूआत में ही शुरू किया जा सकता है। लिहाजा इसके लिए भी बड़े पैमाने पर सड़कों, आवासीय कॉलोनियों की गलियों को भी खोदा जाएगा। लिहाजा, आशंका है कि अगले पूरे साल पर दूनवासियों को सड़कों पर जाम, धूल के बीच ही आवाजाही करनी पड़ेगी।
बीते दिनों यूपीसीएल मुख्यालय में अपर मुख्य सचिव एवं निगम अध्यक्ष राधा रतूड़ी की अध्यक्षता में हुई बोर्ड की बैठक एडीबी की 977 करोड़ की डीपीआर बोर्ड ने स्वीकृत कर कार्य आवंटन को भी मंजूरी दे दी है। करीब डेढ़ साल से भूमिगत बिजली लाइन का यह मामला लटका था।

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