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शिवरात्रि : देवभूमि के शिवालयों में उमड़ी भक्तों की भीड़

PEN POINT : महाशिवरात्रि के अवसर पर उत्तराखंड के शिवालय हर-हर महादेव के जयकारों से गुंजायमान हैं। जोशीमठ के पौराणिक ज्योतिर्मठ में अमर कल्प वृक्ष के नीचे भगवान ज्योतेश्वर महादेव मन्दिर में सुबह ब्रह्म मुहूर्त से ही श्रद्धालुओं की कतार लगी हुई है। शिव भक्त भगवान भोले नाथ को श्रद्धा पूर्वक जलाभिषेक दुग्ध अभिषेक के साथ वेल पत्री अर्पित करते हुए बेर प्रसाद का भोग लगा रहे हैं।

उत्तराखंड में चमोली जिले के जोशीमठ नगर में ज्योर्तेश्वर महादेव मंदिर स्थित है। इस मंदिर का पौराणिक महत्व काफी अधिक है। शिवालय के पुजारी आचार्य महिमा नन्द उनियाल के अनुसार शंकराचार्यजी ने देश में चार मठों की स्थापना की थी और पहला मठ ज्योर्तिमठ बनाया था। इसी मठ के समीप यह शिवालय मौजूद है। इस मंदिर में स्थित है प्राचीन कल्पवृक्ष यहां ज्योर्तेश्वर महादेव का मंदिर है।

आदि गुरु शंकराचार्य ने करीब 5 वर्षों तक इसी स्थान पर तपस्या की। बद्रीनाथ धाम के कपाट बंद होने पर आदि गुरु शंकराचार्यजी छह माह इसी स्थान पर निवास करते थे। इस जगह की एक खास बात यह है कि ज्योर्तेश्वर महादेव मंदिर के ठीक पीछे एक कल्पवृक्ष है। इस पेड़ को शंकराचार्यजी के काल का माना जाता है। वहीं इस कल्प तरू पर आज के दिन परम्परा अनुसार शिव भक्त अपनी मन्नत मांगते हुए रक्षा सूत्र बांधते हैं। इस मंदिर में पुजारी उनियाल लोग होते हैं। इस समय उनियाल परिवार के पुजारी महिमानंद उनियाल इस मंदिर के पुजारी है,

महाशिवरात्रि पर्व पर केदारनाथ के कपाट खोलने की तिथि घोषित !

11 वें ज्योर्तिलिंगों में अग्रणी भगवान केदारनाथ के कपाट खोलने तथा पंचमुखी चल विग्रह उत्सव डोली के ऊखीमठ से धाम रवाना होने की तिथि महाशिवरात्रि पर्व पर शीतकालीन गद्दी स्थल ओकारेश्वर मन्दिर में पंचाग गणना के अनुसार मन्दिर समिति के पदाधिकारियों, अधिकारियों व हक हकूकधारियो की मौजूदगी में घोषित कर दी गयी है! 20 अप्रैल को शीतकालीन गद्दी स्थल ओकारेश्वर मन्दिर में केदार पुरी के क्षेत्र रक्षक भैरवनाथ की पूजा सम्पन्न की जायेगी तथा 21 अप्रैल को भगवान केदारनाथ की पंचमुखी चल विग्रह उत्सव डोली ऊखीमठ से धाम के लिए रवाना होगी! भगवान केदारनाथ की पंचमुखी चल विग्रह उत्सव डोली विभिन्न यात्रा पड़ावों पर श्रद्धालुओं को आशीर्वाद देते हुए 24 अप्रैल को केदारनाथ धाम पहुंचेगी तथा 25 अप्रैल को प्रातः 6 बजकर 20 मिनट पर मेष लगन में भगवान केदारनाथ के कपाट ग्रीष्मकाल के खोल दिये जायेगें!

शिव लिंग होगें केदारनाथ के प्रधान पुजारी!

महाशिवरात्रि पर्व पर मन्दिर समिति ने केदारनाथ, मदमहेश्वर, ओकारेश्वर व विश्वनाथ मन्दिरों मे प्रधान पुजारियो की तैनाती कर दी है! इस बार केदारनाथ के लिए शिव लिंग को प्रधान पुजारी का जिम्मा दिया गया है जबकि बागेश लिंग मदमहेश्वर धाम, शशिधर लिंग विश्वनाथ मन्दिर गुप्तकाशी, शिव शंकर लिंग ओकारेश्वर मन्दिर में प्रधान पुजारी के रूप तैनात रहेगें तथा टी गंगाधर लिंग को अतिरिक्त पुजारी जिम्मा दिया गया है।

महाशिवरात्रि पर मंदिरों में उमड़ा श्रद्धालुओं का जनसैलाब, श्रद्धालु कर रहे भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक पुलिस ने किए सुरक्षा के चाक-चौबंद प्रबंध हरिद्वार

आज पूरे देश में महाशिवरात्रि का पर्व बड़ी धूमधाम से मनाया जा रहा है। वहीं धर्मनगरी हरिद्वार के शिवालयों में भक्तों की सुबह से ही लंबी-लंबी लाइने लगी हुई हैं। कनखल स्थित दक्षेश्वर महादेव मंदिर पर सुबह तड़के से भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक करने के लिए श्रद्धालु लंबी लंबी लाइनों में लगकर अपनी अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं। जलाभिषेक कर भगवान भोलेनाथ का आशीर्वाद प्राप्त कर रहे हैं। साथ ही मंदिर को बड़ी धूमधाम से सजाया गया है। ऐसी मान्यता है।

'Pen Point

आज के दिन भगवान भोलेनाथ का विवाह हुआ था तभी से इस दिन को महाशिवरात्रि के रूप में मनाया जाता है। शिवभक्त गंगाजल लेकर भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक करने के लिए शिवालयों की ओर पहुंच रहे हैं। वही भीड़ को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने शिवालयों में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के प्रबंध किये हुए है। वही दर्शन जलाभिषेक करने पहुंच रहे श्रद्धालुओं का कहना है आज महाशिवरात्रि का पावन दिन है और हम भगवान शंकर का जलाभिषेक करने के लिए आए हैं ऐसी मान्यता है आज के दिन भगवान शंकर का विवाह हुआ था और यह भगवान शंकर की ससुराल दी है दक्षेश्वर महादेव मंदिर का अलग ही महत्व है इसलिए हम लोग सुबह से ही लाइनों में लगकर भगवान शंकर का जलाभिषेक करने के लिए आए हैं। मंदिर के पुजारी का कहना है महाशिवरात्रि के पर्व पर सभी भक्तगण सुबह से ही भगवान शंकर का जलाभिषेक बेलपत्र धतूरा दूध शहद बेर आदि से कर रहे हैं और यहां पर पुलिस की काफी अच्छी व्यवस्था की हुई है और सभी भक्तगण बड़ी ही शांति से व्यवस्था बनाकर भगवान शंकर का जलाभिषेक कर रहे हैं.

कई स्थानों पर मेले का हो रहा आयोजन। भीड़ को देखते हुए डोईवाला पुलिस में किया सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम।
डोईवाला में प्राचीन लच्छेश्वेर महादेव सजा मेला। झूले, चरखी और मौत का कुंआ के साथ बच्चों के मनोरजन के लिए खेल खिलौने की लगी है दुकानें।

सुबह से ही शिवभक्त भगवान शिव की आराधना के लिए शिवालयों में पहुंचे हैं। राजधानी देहरादून के प्रमुख शिवालयों में भी श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी है। देर रात से ही डोईवाला क्षेत्र के शिवालयों में श्रद्धालुओं की भीड़ लगी है। जलाभिषेक करने के लिए हर वर्ग में उत्साह देखा जा रहा है।

इस मौके पर तमाम धार्मिक स्थानों पर मेले लगाए गए है। शिव भक्तों की भीड़ को देखते हुए डोईवाला पुलिस में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं। डोईवाला में प्राचीन लच्छेश्वेर महादेव मंदिर सजा हुआ है। झूले, चरखी और मौत का कुंआ के साथ बच्चों के मनोरजन के लिए खेल खिलौने की दुकानें लगी है।

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