उत्तराखंड के इस हिस्से में भी पहुंच जाती हैं खलिस्तानी आग की लपटें
-खलिस्तानी उपद्रवी अमृतपाल की गिरफ्तारी के लिए चलाए जा रहे अभियान के बीच उत्तराखंड के ऊधमसिंह नगर में भी पुलिस हुई सक्रिय
-पिछले सालों में खलिस्तान हमदर्द कई युवाओं पर पुलिस कर चुकी है कार्रवाई, खलिस्तान के समर्थन की कई घटनाएं घट चुकी है जनपद में
PEN POINT, DEHRADUN : इन दिनों पंजाब में फिर से खलिस्तानी आंदोलन की आग को सुलगाने के काम में लगे अमृतपाल की गिरफ्तारी के लिए पुलिस बल विशेष अभियान चलाए हुए है, अमृतपाल से जुड़े कई लोगां को पुलिस गिरफ्तार भी कर चुकी है। बीते दो महीनों के दौरान पंजाब में सुलग रही खलिस्तान की आग की आंच उत्तराखंड के ऊधमसिंह नगर जनपद के हिस्से तक भी पहुंचने लगी थी। उत्तराखंड पुलिस फिलहाल इस मामले में कोई जोखिम लेती नहीं दिख रही लिहाजा खलिस्तान के प्रति संवेदना रखने वाले सिक्खों को रडार पर रखा गया है। ऊधमसिंह नगर में पहले भी खलिस्तान समर्थकों की बड़े पैमाने पर गिरफ्तारी, पुलिसिया कार्रवाई ने इस बात की तस्दीक भी की है कि खलिस्तान की आग लंबे समय से इस हिस्से में इस हिस्से में भी सुलग रही है।
पूरे राज्य में जहां सिक्खों की आबादी कुल आबादी का तीन फीसद के करीब है वहीं ऊधमसिंह नगर जनपद की आबादी में 10 फीसदी से अधिक संख्या सिक्खों की है इस लिहाजा वह आबादी में ऊधमसिंह नगर में तीसरे नंबर पर आते हैं। जसपुर, रूद्रपुर, बाजपुर जैसे कस्बों में सिक्खों की बड़ी आबादी निवासरत है।
ऐसे में जब जब देश में खलिस्तानी से जुड़ा कोई विवाद उठना शुरू होता है तो जाहिर सी बात है कि इस हिस्से में इसकी आंच महसूस होने लगती है। बीते सालों में खलिस्तान के प्रति हमदर्दी रखने वाले, खलिस्तान के समर्थन में काम करने वाले युवाओं, लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है या फिर उ
न पर कार्रवाई की है।
सोशल मीडिया पर भी ऊधमसिंह नगर जनपद के अलग अलग हिस्सों में रह रहे सिक्ख समुदाय के युवाओं द्वारा खलिस्तान के समर्थन में पोस्ट, या फिर खलिस्तान समर्थक टी शर्ट पहनना, बाईक पर खलिस्तानी समर्थित नारे लिखना भी देखा जाता रहा है। इन दिनों जब पंजाब में खलिस्तानी आंदोलन
को हवा दे रहे अमृतपाल की गिरफ्तारी के लिए पुलिस खोजबीन कर रही है तो दुनिया भर के अलग अलग हिस्सों में रह रहे खलिस्तानी समर्थक भी अमृतपाल के समर्थन में प्रदर्शन कर रहे हैं। ऐसे में ऊधमसिंह नगर पुलिस ने भी ऐसे लोगों की पहचान करना शुरू किया है जिनके बारे में आशंका है कि वह खलिस्तानी समर्थक हैं।
दरअसल जिले में समय-समय पर खालिस्तान के प्रति झुकाव रखने वाले लोग चिह्नित होते रहे हैं। इसके अलावा फेसबुक पर इस संबंध में पोस्ट करने और शेयर करने वालों को पुलिस ने कई बार चिह्नित कर काउंसलिंग भी की है। इधर वर्ष 2021 में पंजाब के पठानकोट में हुए आतंकी हमले के अभियुक्त सुखप्रीत उर्फ सुख को बाजपुर क्षेत्र में पनाह मिली थी। इसके बाद पुलिस ने पनाह देने वाले चार युवकों को गि
रफ्तार किया था। कुछ समय पहले खालिस्तान समर्थक माने जाने
वाले बंबीहा गिरोह की दस्तक और फिर 14 जनवरी को दिल्ली में गिरफ्तार आतंकी जगजीत उर्फ जग्गा जिले के कोपा कृपाली गूलरभोज का रहने वाला था।
इन मामलों से ऊधमसिंह नगर खलिस्तानी समर्थकों की हुई पहचान
साल 2018 में खालिस्तान समर्थन में विदेशी वाट्सएप ग्रु प चलाने में दो युवक पुलिस ने गिरफ्तार किए। वहीं, उसी साल बाजपुर में सोशल मीडिया पर खालिस्तान का समर्थन करने वाला युवक चिह्नित किया गया। सितंबर 2018 में रुद्रपुर में फेसबुक पर खालिस्तान के समर्थन में पोस्ट टैग करने पर एक बुजुर्ग को चेतावनी देकर छोड़ दिया गया। 21 जनवरी 2019 को सितारगंज में एक धार्मिक स्थल पर खलिस्तानी आतंकी भिंडरेवाले के परिजनों के पहुंचने की सूचना वायरल हुई, आनन फानन में पुलिस ने इलाके में काबिंग शुरू कर दी। 26 फरवरी 2019 को दिनेशपुर में सोशल मीडिया में खालिस्तान समर्थन में पोस्ट टैग करने वाले एक युवक की पहचान हुई। इसके बाद सात जून 2019 को दिनेशपुर में भिंडरवाले की टी शर्ट पहले युवक से पुलिस ने माफीनामा लिखाया। 14 जुलाई 2019 को रुद्रपुर में भिंडरवाले से संबंधित टी शर्ट पहनकर घूम रहे युवक की फोटो वायरल हुई।
सतर्कता बढ़ाई
पंजाब में हुए अलर्ट के बाद जिले में एहतियातन सतर्कता बढ़ा दी गई है। सभी थानों में अतिरिक्त फोर्स तैनात करने के साथ ही जिले के सीमाओं पर चेकिंग की जा रही है। सोशल मीडिया भी नजर रखी जा रही है भड़काउ पोस्ट करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी, खलिस्तान के प्रति हमदर्दी दिखाने वाले या अमृतपाल के समर्थन में कोई पोस्ट करने, शेयर करने वालों पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी – डॉ. मंजूनाथ टीसी, एसएसपी ऊधमसिंह नगर।