यात्रा व्यवस्थाओं को लेकर विपक्ष ने उठाये सवाल
उत्तराखंड चारधाम यात्रा की व्यवस्था सरकार के लिए है बड़ी चुनौती, विपक्ष व्यवस्थाओं को लेकर अभी से ही उठा रहा है सवाल!
PEN POIN, DEHRADUN: उत्तराखंड की पहचान कही जाने वाली चार धाम की यात्रा को लेकर राज्य सरकार व्यवस्थाओं को बेहतर करने जुटी है। मकसद चार धाम यात्री सुखद संदेश लेकर जाएं। बीते मंगलवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में चार धाम की व्यवस्थाओं संबंधित महत्वपूर्ण बैठक की गई थी। हालांकि, इस बैठक व्यवस्थाओं को मुकम्मल और व्यवस्थित किए जाने को लेकर तमाम चर्चा की गई तो वहीं, अब विपक्षी दल कांग्रेस सरकार की व्यवस्थाओं पर अभी से सवाल उठाने शुरू कर दिए हैं।
दरअसल, साल 2022 में हुई चार धाम की यात्रा में भले ही श्रद्धालुओं ने सारे रिकॉर्ड तोड़ते हुए ऐतिहासिक रिकॉर्ड बनाया हो लेकिन व्यवस्थाओं का अभाव किसी से छुपा नहीं है क्योंकि पिछले साल चार धाम यात्रा के दौरान न सिर्फ श्रद्धालुओं की हार्ट अटैक से मौत हुई थी बल्कि सैकड़ों घोड़े और खतरों की भी मौत हो गई थी। जिसको लेकर भी विपक्ष ने राज्य सरकार को जमकर घेरा था ऐसे में एक बार फिर विपक्ष चारधाम की व्यवस्थाओं में जुटी राज्य सरकार पर तंज कसते हुए व्यवस्थाओं को लेकर तमाम सवाल खड़े करती नजर आ रही है।
उत्तराखंड की आर्थिकी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली चारधाम यात्रा में इस साल, पिछले साल की तुलना में और अधिक श्रद्धालुओ के आने की उम्मीद जताई जा रही है। लिहाजा, धामी सरकार ने यात्रा को सुरक्षित एवं सुगम बनाने पर ध्यान केंद्रित करना शुरू कर दिया है। वहीं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि पिछले सीजन चार धाम की यात्रा से अनुभव को लेते हुए इस सीजन अभी से ही चारधाम की व्यवस्थाओं को मुकम्मल करने की कवायद शुरू कर दी गई है। हालांकि, विभागीय स्तर पर अधिकारियों की पहले भी बैठक हो चुकी है ऐसे में सभी को इस बाबत दिशा निर्देश दिए गए हैं कि समय रहते सभी व्यवस्थाओं को मुकम्मल कर लिया जाए।
उत्तराखंड में चार धाम यात्रा की तैयारियों पर भाजपा सरकार भले ही एकाग्रता के साथ जोर शोर से काम कर रहे हो लेकिन कांग्रेस को अब भी सरकार के इन तैयारियों पर कमियां नजर आती है। कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष मथुरा दत्त जोशी की माने तो पूर्व में जो कमियां यात्रा के दौरान दिखी है उन्हें सरकार अभी तक दूर नहीं कर पाई है। यही वजह है कि विपक्ष को अब भी सवाल उठाने पड़ रहे है। साथ ही कहा कि पिछले सीजन चार धाम यात्रा के दौरान स्वास्थ्य सुविधाओं के अभाव के चलते तमाम श्रद्धालुओं की मौत हुई थी ऐसे में इस बार स्वास्थ्य विभाग की व्यवस्थाएं अभी तक कहीं दिखाई नहीं दे रही है।
हालांकि, इस साल 22 अप्रैल से चार धाम की यात्रा शुरू होने जा रही है लेकिन इस सीजन होने वाली यात्रा राज्य सरकार के लिए एक बड़ी चुनौती बनी हुई है क्योंकि पिछले सीजन चार धाम यात्रा के दौरान न सिर्फ तमाम कमियां देखी गई थी बल्कि इस सीजन चारधाम की यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या भी काफी अधिक बढ़ने की उम्मीद है यही वजह है कि राज्य सरकार चार धाम यात्रा को एक चुनौती के रूप में देख रही है।