चमोली में करंट फैलने से दस की मौत, दर्दनाक हादसे की वजह जानिए
Pen Point, Dehradun : चमोली बाजार के समीप आज एक दर्दनाक हादसा हो गया। नमामि गंगे प्रोजेक्ट साइट पर अचानक करंट फैल जाने से वहां मौजूद लोग इसकी चपेट में आ गए। जिसमें दस लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। बताया जा रहा है कि साइट पर 24 लोग मौजूद थे। हादसा कैसे हुआ इसे लेकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। पैन प्वाइंट ने इस खबर की पड़ताल करने पर पाया कि नमामि गंगे प्रोजेक्ट प्लांट पर काम करने वाला एक कर्मचारी बीती रात को ही करंट की चपेट में आकर दम तोड़ चुका था।
सूत्रों के मुताबिक चमोली बाजार के समीप नमामि गंगे प्रोजेक्ट के प्लांट पर रात को ही करंट लीकेज शुरू हो गया था। आम तौर पर बरसात के दौरान बिजली यंत्रों के सही रख रखाव ना होने के कारण यह स्थिति पैदा होती है। इस दौरान वहां मौजूद केयर टेकर करंट की चपेट में आ गया। सुबह उसकी शिफ्ट का समय पूरा होने पर दूसरा कर्मचारी पहुंचा तो उसने केयर टेकर का शव देख लोगों को सूचना दी। इस पर पुलिस के साथ ही ग्रामीण भी मौके पर पहुंच गए। बताया जा रहा है कि यूपीसीएल की लाइन पर रात को ही फेस डाउन हो गया था। उस समय यूपीसीएल की एलटी लाइन पर शटडाउन लिया गया था और फीडर पर काम चल रहा था। यूपीसीएल को प्लांट पर हुई घटना की जानकारी नहीं थी। काम पूरा होने के बाद शटडाउन वापस लेते ही प्लांट पर दोबारा से कंरट फैल गया और वहां इकट्ठा हुए लोग इसकी चपेट में आ गए। जिसमें दस लोगों की मौत हो गई जबकि अन्य लोग झुलस गए। करंट की चपेट में आए लोगों में पीपलकोटी चौकी प्रभारी प्रदीप रावत और एक होमगार्ड जवान मुकंदीलाल भी शामिल हैं। ये दोनों लोगों की सूचना के बाद प्लांट पर हुई घटना का मौका मुआयना करने पहुंचे थे।
मीटर के बाद प्लांट पर दौड़ा करंट
यूपीसीएल चमोली के अधिशासी अभियंता अमित सक्सेना के मुताबिक बीती रात को बिजली का तीसरा फेस डाउन हो गया था। बुधवार को सुबह तीसरे फेज को जोड़ा गया, जिसके बाद सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट परिसर में करंट दौड़ गया। ट्रांसफार्मर से लेकर मीटर तक कहीं एलटी और एसटी के तार नहीं टूटे हैं, मीटर के बाद तारों में करंट दौड़ा है।
सीएम ने दिये जांच के आदेश
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने घटना की जांच के आदंेश दिये हैं। उन्होंने जिलाधिकारी चमोली से पूरी घटना की जानकारी ली। उन्होंने घटना की विस्तृत और गहन मजिस्ट्रीयल जांच के निर्देश दिये। मुख्यमंत्री के आदेश पर ही घायलों को देहरादून लाया जा रहा है।