जोशीमठ के बाद अब ढाक गांव में घरों में दरारें पड़ने की खबरें बढ़ा रही हैं मुश्किलें, NTPC फिर सवालों के घेरे में
PEN POINT, JOSHIMATH : जोशीमठ नगर में दरारें पड़ने की ख़बरों के बाद अब फिर एक और गांव में यही हालात पैदा होने की खबरें आने लगी हैं। यहाँ एनटीपीसी की तपोवन विष्णुगाड़ जल विद्युत कम्पनी के प्रभावित गांव और बैराज साइट के नजदीकी ढाक गांव के आसपास के आवासीय भवनों में दरारें पड़ने की खबर आ रही है। प्रभावित गान वासियों का साफ तौर पर कहना है कि ये दरारें एनटीपीसी के भूमिगत टनल निर्माण में हो रही विस्फोटों की वजह से आरही हैं। इन्हीं विस्फोटों के कम्पन से उनके भवनों की बुनियाद हिल चुकी हैं। जिससे उनके घरों पर मोटी दरारें आ रही हैं। इसका यहाँ स्थित आईटीआई परिसर में भी साफ दिखाई दे रहा है।
हालांकि अभी ये पुष्टि नहीं हो पाई है कि ये दरारें जोशीमठ भू धंसाव के जैसी हैं। लेकिन ग्रामीणों कर मानना है कि पिछले कुछ माह से धाकर गांव के कई ग्रामीणों के भवनों में बड़ी बड़ी दरारें पड़ी हैं। ग्रामीणों का दावा है कि घरों के अंदर-बाहर मोटी-मोटी दरार ग्रामीणों को रतजगा करने को मजबूर कर रही है। वहीं ग्रामीणों का साफ कहना है कि उनके गांव के नींचे एनटीपीसी को भूमिगत सुरंगें आर पार हो रही है, और इन टनलों में भारी ब्लास्ट होने से उनके घर अब रहने लायक नहीं रहे लिहाजा सरकार उनके यहां भी सर्वेक्षण करा कर उनको भी राहत पहुंचाए और उनके घरों का बीमा हो या जल्द उनको भी यहां से शिफ्ट कराया जाय।