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आखिर क्यों बदला हुआ है इस बार मौसम का मिजाज?

-उत्तराखंड में मौसम विभाग के मुताबिक आने वाले दिनों में फिर होगी बारिश राज्य के उंचाई वाले पर्वतीय इलाकों में हो सकती है बर्फवारी
PEN POINT, DEHRADUN : आमतौर पर मार्च से शुरू होने वाली मौसम की तपिश मई के महीने तक बेहाल करने लगती है। इस दौरान देश के मैदानी इलाकों में तापमान पचास डिग्री तक चला जाता है। इसके बाद मई से जून तक गर्मी की लहर अपने चरम पर होती है। लेकिन इस बार मौसम का मिजाज अलग ही दिख रहा है। सर्दियों के महीने सूखे गए, फिर मार्च के बाद बारिश और पहाड़ों पर बर्फबारी का का सिलसिला है वह अभी तक थमने का नाम नहीं ले रहा।
मौसम का ये मिजाज उत्तराखंड ही नहीं बल्कि पूरे उत्तर भारत समेत दक्षिणी, मध्य पश्चिमी व पूर्वी भारत में बना हुआ है।

दिल्ली जैसे शहर में बीते दिनों न्यूनतम और अधिकतम तापमान बहुत कम दर्ज किया गया। अप्रैल के अंत में दिल्ली में अधिकतम तापमान 29.1 डिग्री दर्ज किया गया जो कि सामान्य से तेरह डिग्री कम है। इसी तरह देहरादून में मई की शुरूआत में तामान सामान्य से 15 डिग्री कम दर्ज हुआ है। विभिन्न जगहों पर आंधी, ओलावृष्टि और बारिश की बूंदें कभी भी बरस जा रही हैं। मौसम की जानकारी देने वाली वेबसाइट accuweather के मुताबिक उत्तराखंड में आने वाले दिनों में भी मौसम में बहुत ज्यादा बदलाव नहीं आएगा। मई माह के अंत तक राजधानी देहरादून समेत राज्य के कई इलाकों में कुछ दिन धूप भी खिलेगी तो कुछ दिन बादल बरसेंगे। वहीं जून माह का पूर्वानुमान भी यही बता रहा है कि तापमान में बहुत ज्यादा बढ़ोत्तरी नहीं होगी और राज्य के मैदानी इलाकों में अधिकतम तामान 38 से 40 डिग्री तक ही पहुंचेगा।

मौसम का ये बदलाव मामूली नहीं लगता। इससे हर कोई हैरान है। तभी लोग सोशल मीडिया पर अलग अलग तरीके से अपने अनुभव साझा कर रहे हैं। एक यूजर के मुताबिकः गर्मी आ रही थी, सर्दी जा रही थी, दोनों में जोरदार टक्कर हुई, अब दोनों कन्फ्यूज हैं कि जाना किधर है। वहीं कुछ लोग असमंजस में हैं कि अब बरसात भी आएगी या कुछ और होगा।
मौसम में आ रहे इस बदलाव को समझने के लिए शोध जारी है। मई के महीने की शुरूआत तक भारी पश्चिमी विक्षोभ के कारण मौसम लगातार खराब हो रहा था। वहीं अब बंगाल की खाड़ी की ओर से उठ रहे साइक्लोन मोचा को वजह माना जा रहा है। इंडियन मीट्रियोलॉजिकल सर्वे ने इसे लेकर वार्निंग और गाइडलाइन भी जारी की है। जिसमें पूर्वोत्तर भारत में भारी बारिश और उत्तराखंड समेत हिमाचल और जम्मू कश्मीर में सामान्य बारिश बताई गई है। पर्यावरण प़ित्रका डाउन टू अर्थ की वेबसाइट में इसके सुपर साइक्लोन में बदलने की आशंका जताई गई है।

मौसम में हो रहे इस बदलाव का असर हिमालय पर बड़े पैमाने पर पड़ रहा है। बेमौसम की बारिश बर्फवारी और ग्लेश्यिर वाले इलाकों में भी हो रही है। जिससे उनके तेजी से पिघलने का खतरा बढ़ रहा है। वहीं उत्तराखंड में चारधाम या़त्रा पर मौसम का बड़ा असर दिख रहा है। चारों धामों के कपाट खुलने के बाद आमतौर पर बरसात आने तक मौसम खुला रहता था। लेकिन इस बार लगातार बारिश से जहां या़़त्रा मार्गों पर भूस्खलन हो रहे हैं, वहीं उंचाई वाले इलाकों में ऐवलांच का खतरा भी बढ़ गया है।

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