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पायलट बनने के बाद अब एस्ट्रोनॉट बनना चाहती हैं पौड़ी की बेटी आरुषि नेगी

PEN POINT, PAURI : पौड़ी की बेटी आरुषि नेगी पायलट बनने के बाद अब एस्ट्रोनॉट बनने की तैयारी में जुट गई है।  जिला मुख्यालय से सटे भितांई गांव की रहने वाली होनहार बेटी आरुषि नेगी पायलट बनने के बाद अपने पैतृक गांव पहुंची। बेटी के पायलट बनने की खबर से ग्रामीण बेहद खुश और खुद को गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं.

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इस मौके पर पौड़ी के विभिन्न संगठनों ने बेटी का अपने बीच पहुंचकर जोरदार स्वागत किया. ख़ुशी जाहिर करते हुए उनके शुभ चिन्ग्तकों ने जगह-जगह मिठाई बांटी. आरुषि ने अपने गाँव पहुँचकर अपने ईष्ट देवता के दर्शन कर उनका आशीर्वाद लिया. आरुषी बचपन से ही अंतरिक्ष यात्री बनना चाहती हैं. अपने लक्ष्य पर आगे बढ़ते हुए वह पायलट बनने की  दिशा में पहला कदम रख चुकी हैं. उनका उत्साह देखते ही बनता है, अरुषि ने बताया कि वह हमेशा से ही एस्ट्रोनॉट बनना चाहती हैं और मेरे सपने को पूरा करने के लिए परिवार का उसे पूरा सहयोग मिल रहा है. इसीका नतीजा है कि मैंने एस्ट्रोनॉट बनने की राह में अपना पहला कदम पायलट लाइसेंस हासिल कर बढ़ाया है. आगे अपना लक्ष्य हासिल करने के लिए लम्बी और कठिन तयारी में जुटना है. उन्होंने बताया कि एस्ट्रोनॉट बनना बेहद चुनौतीपूर्ण प्रोफेशन है। इस क्षेत्र में हजारों लोग अप्लाई करते हैं. बहुत कम अपने मुकाम तक पहुँच पाते हैं. एस्ट्रोनॉट बनने के लिए फिजिकली और मेंटली फिट होना बेहद जरूरी है। वे अब आगे एस्ट्रोनॉट पायलट के लिए उड़ान के बेसिक घंटों के मानकों को पूरा करेंगी और साथ ही स्पेस साइंस स्टडी की तैयारी करेंगी. क्योंकि स्ट्रोनॉट को हर परिस्थिति में सर्वाइव करने की ट्रेनिंग लेनी  होती है। इसके लिए अमेरिकी एजेंसी नासा और भारत की एजेंसी इसरो के अपने-अपने नियम कायदे और शर्तें हैं. लेकिन मैं अपना लक्ष्य हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत करूंगी. आरुषि ने बताया 2019 से कनाडा में रहकर उन्होंने ऑनर्स इन साइंस एंड एवियशन का डुएल डिग्री कोर्स किया।

'Pen Point बेटी की इस उपलब्धि पर उनके माता-पिता को उन पर गर्व है, तो वहीं क्षेत्र वासियों ने उनकी इस उपलब्धि पर खुशी जाहिर की।

अरुषि की माँ  हिमानी नेगी ने बताया कि बचपन से ही उनकी बेटी एस्ट्रोनॉट बनना चाहती थी। उन्होंने बताया कि बेटी  की इस उपलब्धि पर पूरे परिवार को गर्व है। वे लोग बेटी का सपना पूरा करने के लिए हमेशा उसके साथ खड़े हैं. वहीं अरुषि के पिता और पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष केसर सिंह नेगी ने कहा बेटी की कुंडली को देखकर बचपन उनके पंडित ने कहा था कि बेटी की रूचि आसमान छूने वाले इरादों को दर्शा रही है. आज बेटी इस दिशा में बढ़ रही है, तो निश्चित तौर पर अच्छा लग रहा है. एस्ट्रोनॉट जैसे चुनौतीपूर्ण क्षेत्र में जाने के लिए, आरुषि के पंखों को उड़ान भरने के लिए हम उसके उत्साह और मेहनत में हर संभव कोशिश करेंगे. नेगी ने कहा बेटियां आगे बढ़ें इसके लिए सभी माता-पिता को उनके सपनों और विचारों को बेहद गंभीरता से सुनने-जानने और समझने की जरूरत है.

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