…तो अनिल बलूनी दिल्ली से लड़ेंगे लोक सभा चुनाव
– पौड़ी संसदीय सीट से भाजपा की ओर से टिकट की दावेदारी कर रहे पार्टी के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी अनिल बलूनी को दिल्ली से चुनावी मैदान में उतारने की तैयारी
Pen Point, Dehradun :हाल ही में राज्यसभा सदस्य के तौर पर कार्यकाल पूरा करने के बाद जब भाजपा के राष्ट्रीय प्रभारी अनिल बलूनी की जगह पर उत्तराखंड से भाजपा ने प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट को राज्यसभा भेजा तो माना जाने लगा था कि अनिल बलूनी को भाजपा लोक सभा चुनाव में बतौर प्रत्याशी उतार सकती है। दिल्ली में रहते हुए भी अनिल बलूनी ने राज्य की राजनीति में लगातार चर्चाओं के केंद्र में बने रहे हैं ऐसे में संभावनाएं जताई जा रही थी कि अनिल बलूनी पौड़ी संसदीय सीट से भाजपा प्रत्याशी हो सकते हैं। इस बात की संभावनाएं तब ज्यादा बढ़ गई जब बीते दिनों भाजपा ने राज्य की तीन संसदीय सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा कर हरिद्वार और पौड़ी संसदीय सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा नहीं की। ऐसे में माना जाने लगा कि दोनों सीटों से मौजूदा सांसदों के स्थान पर पार्टी नया चेहरा पेश करेगी और अनिल बलूनी पौड़ी संसदीय सीट से सबसे मजबूत दावेदार के तौर पर माने जा रहे थे। लेकिन, अब चर्चा है कि अनिल बलूनी दिल्ली के पूर्वी दिल्ली संसदीय सीट से प्रत्याशी बनाए जा सकते हैं। पूर्वी दिल्ली से मौजूदा भाजपा सांसद क्रिकेटर गौतम गंभीर ने हाल ही में राजनीति से सन्यास की घोषणा कर पार्टी से अनुरोध किया था कि प्रत्याशी के तौर पर उनके नाम पर विचार न किया जाए।
बीते सालों तक उत्तराखंड में जब भी राजनीतिक सरगर्मियां तेज हुई हैं इनमें एक नाम हमेशा चर्चा में रहा है भाजपा के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी अनिल बलूनी का। इन्हें लगातार उत्तराखंड के मुख्यमंत्री के दावेदार के तौर पर पेश किया। पिछले सात सालों में तीन बार नेतृत्व परिर्वतन के दौरान अनिल बलूनी का नाम हर बार मुख्यमंत्री पद के लिए सामने आया लेकिन शीर्ष नेतृत्व ने अन्य को वरीयता दी। हाल ही में अनिल बलूनी का राज्यसभा कार्यकाल खत्म होने को था तो उम्मीद जताई जा रही थी कि पार्टी के इस राष्ट्रीय नेता को फिर उत्तराखंड से राज्यसभा भेजा जा सकता है। लेकिन, पार्टी ने प्रदेश अध्यक्ष व 2022 में कांग्रेस के प्रत्याशी से बदरीनाथ विधानसभा सीट से चुनाव हारने वाले महेंद्र भट्ट को राज्यसभा भेजा। तब से माना जाने लगा था कि अनिल बलूनी को पार्टी लोकसभा चुनाव में उतारना चाहती है। इन संभावनाओं को तब बल मिला जब बीते दिनों भाजपा ने राज्य की अल्मोड़ा, नैनीताल, टिहरी संसदीय सीटों से मौजूदा सांसदों को ही प्रत्याशी बनाया लेकिन पौड़ी और हरिद्वार की सीटों पर नामों की घोषणा नहीं की। जबकि इन दोनों सीटों पर ही भाजपा के कई बड़े नेता दावेदारी ठोक रहे हैं। अनिल बलूनी के बारे में अब तक माना जा रहा था कि वह पौड़ी संसदीय सीट से दावेदारी पेश कर रहे हैं। जबकि, इसी सीट से मौजूदा सांसद व चार महीनों के लिए मुख्यमंत्री रहे तीरथ सिंह रावत के अलावा पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, काबिना मंत्री डॉ. धन सिंह रावत, काबिना मंत्री सतपाल महाराज के अलावा अन्य नेता भी दावेदारी कर रहे हैं।
वहीं, भाजपा से जुड़े सूत्रों की माने तो अनिल बलूनी को पौड़ी की बजाए पूर्वी दिल्ली से भाजपा अपना प्रत्याशी बना सकती है। इस सीट पर आप-कांग्रेस के महागठबंधन ने आप के विधायक कुलदीप कुमार को अपना प्रत्याशी घोषित किया है जबकि भाजपा ने अभी इस सीट पर किसी भी प्रत्याशी का नाम घोषित नहीं किया है। मौजूदा सांसद गौतम गंभीर के टिकट लेने से इंकार के बाद पार्टी यहां नया चेहरा पेश कर रही है। पूर्वी दिल्ली के इस संसदीय क्षेत्र में 10 विधानसभा सीटें आती हैं जिसमें से फिलहाल तीन सीटें भाजपा के पास हैं और अन्य सात सीटें आम आदमी पार्टी के खाते में है। करीब 20 लाख मतदाताओं वाले इस संसदीय सीट में उत्तराखंड मूल के मतदाताओं की एक बड़ी संख्या रहती है।
उत्तराखंड मूल के विनोद बछेती भी कर रहे हैं दावेदारी
पूर्वी दिल्ली संसदीय सीट में उत्तराखंड मूल के मतदाताओं की बड़ी हिस्सेदारी के चलते इस सीट पर इस बार उत्तराखंड मूल के विनोद बछेती भी भाजपा से टिकट की दावेदारी कर रहे हैं। उत्तराखंड मूल के दिल्ली भाजपा के प्रदेश मंत्री विनोद बछेती दिल्ली में उत्तराखंड एकता मंच के संस्थापक सदस्यों में शामिल है। करीब तीन दशकों से भाजपा से जुड़े विनोद बछेती के अलावा ही इस सीट पर दिल्ली बीजेपी के उपाध्यक्ष कपिल मिश्रा, घोंडा के विधायक अजय महावर, बीजेपी नेता दिनेश प्रताप, प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा, दिल्ली बीजेपी के कोषाध्यक्ष विष्णु मित्तल और दिल्ली बीजेपी के महासचिव हर्ष मल्होत्रा भी दावेदारी कर रहे हैं।