खलिस्तानी भिंडरेवाला के गांव से अमृतपाल गिरफ्तार
– खलिस्तानी आंदोलन को भड़काने वाले वारिस पंजाब के प्रमुख अमृतपाल सिंह महीने भर बाद लगा पुलिस के हाथ
PEN POINT, DEHRADUN : पंजाब को फिर से खलिस्तानी आंदोलन की आग में झोंकने की तैयारियों में जुटे वारिस पंजाब दे के प्रमुख अमृतपाल की रविवार सुबह नाटकीय ढंग से पुलिस ने गिरफ्तारी की। अमृतपाल को पुलिस ने खलिस्तानी जनरैल सिंह भिंडरावाले के गांव से गिरफ्तार किया। यहां अमृतपाल सिंह ने मोगा के रोड़े गांव में गुरूद्वारा में पुलिस के सामने सरेंडर किया था। पुलिस ने अमृतपाल सिंह को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
पंजाब में खलिस्तानी आंदोलन को फिर से भड़काने के आरोपी व वारिस पंजाब दे के प्रमुख अमृतपाल की 36 दिनों के बाद गिरफ्तारी हो गई है। वह 18 मार्च से फरार चल रहा था। 80 के दशक में पंजाब को खलिस्तान की आग में झोंकने वाले आतंकी जनरैल सिंह भिंडरावाला के गांव रोड़े में स्थित गुरूद्वारा में अमृतपाल सिंह ने पुलिस के सामने रविवार सुबह सरेंडर किया। वहां सरेंडर होने से पहले उसने गुरूद्वारे में मौजूद लोगों को संबोधित किया। पंजाब पुलिस का दावा है कि खुफिया जानकारी के आधार पर अमृतपाल के रोड़े स्थित गुरूद्वारा में छिपे होने की खबर के बाद पुलिस ने गुरूद्वारा को चारों ओर से घेर लिया था जिसके बाद अमृतपाल ने सरेंडर किया। अमृतपाल की गिरफ्तारी राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत हुई है। गिरफ्तारी के बाद अब खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल सिंह को असम की डिब्रूगढ़ जेल भेजने की तैयारी है। बठिंडा एयरपोर्ट पर मेडिकल के बाद उसे एयरलिफ्ट करके असम भेजा जाएगा।