लीथियम: भारत में मिला बड़ा भंडार, जानिये क्या होगा फायदा
PEN POINT, देहरादून : केंद्र शासित जम्मू कश्मीर में लीथियम का बड़ा भंडार मिला है। देश में पहली बार लीथियम का भंडार मिलना प्रद्योगिकी विकास के साथ ही ही रणनीतिक रूप से यह भंडार भारत के लिए बड़े महत्व की बात है। जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया ने इसकी खोज और पहचान की है। बीती दस फरवरी को केंद्रीय खान मंत्री प्रह़लाद जोशी ने यह जानकारी सार्वजनिक की। जिसके मुताबिक जम्मू कश्मीर के रियासी जिले के सलाला हैमान इाके में करीब 59 लाख टन लीथियम का भंडार मिला है। जीएसआई ने इस लीथियम भंडार को रियासी सेरसंडू खेरीकोट रहोटकोट दरबी मिनरल ब्लॉक के तौर पर स्थापित किया है। यह सर्वे का काम साल 2021-22 से चल रहा है। अब तक भारत लीथियम के लिए बाहरी देशों पर ही निर्भर था। लीथियम चांदी जैसी दिखने वाली एक नरम धातु है, इसके महत्व को देखते हुए इसे व्हाइट गोल्ड भी कहा जाने लगा है।
लीथियम के उपयोग-
- मोबाइल, लैपटॉप और अन्य इलेक्ट्रानिक गैजेट्स बनाने में
- इलेक्ट्रिक वाहन और बैटरी बनाने में जरूरी तत्व
- ऐल्यूमिनियम लीथियम मिश्र धातु एयरक्राफ्ट, साइकिल फ्रेम आदि बनाने में
- बाइपोलर डिसऑर्डर और मूड स्वींग जैसी बीमारियों में
इस तरह के मूल्यवान खनिज भंडार को यूनाइटेड नेशन फ्रेमवर्क फॉर क्लासिफिकेशन के तहत वर्गीकृत किया जाता है। भारत में जो भंडार मिला है वह इस वर्गीकरण के तहत जी4 ग्रुप का है। यानी इस शुरआती सर्वे में अनुमानित मात्रा में लीथियम मिलने की बात सामने आई है। अभी इसमें असल मात्रा और ग्रेड जैसी बातें सामने आना बाकी हैं। खबरों के मुताबिक जम्मू कश्मीर में लीथियम के अलावा एल्युमीनियम अयस्क बॉक्साइट और सीरियम, कैल्शिमय जैसे तमाम दुर्लभ तत्व भी हो सकते हैं।
फिलहाल इन देशों पर है भारत की निर्भरता
भारत चिली, ऑस्ट्रलिया और अर्जेंटीना से लीथियम का आयात करता है। चिली में सबसे बड़ा 93 लाख टन का भंडार है। जबकि ऑस्टलिया में ऑस्ट्रेलिया में 63 लाख टन, अर्जेंटीना में 27 लाख टन और चीन में 20 लाख टन लिथियम उत्पाद किया जाता है। वर्तमान में भारत अपनी जरूरत का 96 फीसदी लिथियम आयात करता है। भारत चीन से सबसे ज्यादा लिथियम आयात करता है। जो पूरे आयात का 80 प्रतिशत है।
लीथियम निर्भरता के लिए यहां भी तलाश जारी
लीथियम की मांग पूरा करने के लिए भारत दूसरे देशों पर निर्भर है। इस मामले में आत्मनिर्भर बनने के लिए भारत जम्मू-कश्मीर के अलावा राजस्थान और गुजरात के ब्राइन पूल और ओडिशा और छत्तीसगढ़ के माइका बेल्ट से लीथियम मिनरल की तलाश करने में जुटा है। जब चीन-भारत के बीच आर्थिक समेत तमाम मसलो को लेकर विवाद की स्थिती बनी हुई है ऐसे में जम्मू-कश्मीर में लीथियम भंडार का मिलना देश के लिए अच्छी बात है।
लीथियम की मांग पूरा करने के लिए भारत दूसरे देशों पर निर्भर है। इस मामले में आत्मनिर्भर बनने के लिए भारत जम्मू-कश्मीर के अलावा राजस्थान और गुजरात के ब्राइन पूल और ओडिशा और छत्तीसगढ़ के माइका बेल्ट से लीथियम मिनरल की तलाश करने में जुटा है। जब चीन-भारत के बीच आर्थिक समेत तमाम मसलो को लेकर विवाद की स्थिती बनी हुई है ऐसे में जम्मू-कश्मीर में लीथियम भंडार का मिलना देश के लिए अच्छी बात है।