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बदलाव : मोबाइल की जगह लेगा चतुर और चुस्त एआई असिस्टेंट !

Pen Point, Dehradun : आज दुनिया डिजिटल बदलाव के दौर से गुजर रही है। साल 2023 में आर्टीफिशियल इंटेलीजेंसी नई उंचाईयों पर पहुंची और चैट जीपीटी जैसी युक्ति से लोग रूबरू हुये। आगे 2024 में यह बदलाव नए गुल खिलाएगा। विशेषज्ञों के अनुसार आने वाले साल में आर्टीफिशियल इंटलीजेंस का इस्तेमाल रोजमर्रा की जिंदगी में आम होने जा रहा है। जिसमें लोगों को तकनीकी के कई नए रोमांचक अनुभव होने की उम्मीद है।

जेनरेटिव एआई का इस्तेमाल
जेनरेटिव एआई हमारे रोजमर्रा के काम में सर्च इंजन से लेकर कार्यालय सॉफ्टवेयर, डिज़ाइन पैकेज और संचार उपकरण तक अधिक एकरूप हो जाएगा, लोग इसकी क्षमता को जानकार हैरान होंगे।
यह एक सुपर-स्मार्ट निजी सहायक की तरह काम करता है, जो बहुत ज्यादा दक्ष, उत्पादक और गतिमान होगा। सूचना एकत्र करने, शेड्यूलिंग, मैनेजमेंट और प्रोजेक्ट डिजाइन जैसे नियमित कार्यों के लिए एआई पर भरोसा करने से, लोगों के पास अपने अद्वितीय मानव कौशल का लाभ उठाने के लिए अधिक समय होगा।
उम्मीद की जा रही है कि यह बदलाव रचनात्मकता, नए विचारों की खोज, मौलिक सोच और सार्थक मानवीय संबंधों को सक्षम बनाएगा। हालांकि नैतिकता और कायदे कानूनों की चुनौतियों का समाधान होना अभी बाकी है।

व्यवसाय में सहायक होगा साइबर लचीलापन
पूरे 2024 में साइबर सेवा में लचीलापन व्यवसाय और उपभोक्ता प्रौद्योगिकी दोनों में क्रांतिकारी बदलाव वाला साबित होगा। एआई और मशीन लर्निंग के जरिए साइबर सिक्योरिटी संचालन, निरंतरता, प्रोटोकॉल के साथ सुरक्षा उपाय एक दूसरे पर निर्भर होंगे। इसके लिये बनाए जा रहे ढांचे, सोशल इंजीनियरिंग और पीआर फायरफाइटिंग के बारे में जागरूकता पैदा होने लगी है। जैसे-जैसे साइबर अपराधी तेज और शातिर होते जा रहे हैं, एआई जैसी उन्नत प्रौद्योगिकियों का लाभ उठाकर नए समाधान विकसित करने की होड़ भी तेज हो गई है।

क्वांटम कंप्यूटिंग
क्वांटम कंप्यूटर एक साथ विशाल गणनाएं करने के लिए इस्तेमाल किये जाते हैं। यह क्वांटम भौतिकी के अद्वितीय गुणों से लैसे होते हैं। क्वांटम बिट्स (क्यूबिट्स) कई रूपों में मौजूद हो सकते हैं, जो पारंपरिक कंप्यूटर की सीमाओं से परे जटिल गणनाओं को सक्षम करते हैं। क्वांटम प्रौद्योगिकी को शुरुआती तौर पर अपनाने वालों में बैंक और वित्तीय सेवा संगठन शामिल हैं जो धोखाधड़ी का पता लगाने, जोखिम प्रबंधन और उच्च-आवृत्ति व्यापार के लिए एआई सिस्टम को बढ़ाने की मांग कर रहे हैं। यह रूझान बता रहा है कि 2024 में क्वांटम कंप्यूटिंग की मांग और उपयोगिता बढ़ने वाली है।

बायोमेट्रिक तकनीक
दफ्तरों और स्कूल कॉलेजों समेत अन्य संस्थानों में बायोमेट्रिक तकनीक जरूरी हिस्सा बन गया है। आने वाले साल में यह तकनीक बड़े बदलावों के साथ एकदम नए रूप में सामने आएगी। सुरक्षा विशेषज्ञों के एक हालिया सर्वेक्षण के अनुसार, 72 प्रतिशत व्यवसाय 2025 तक पारंपरिक पासवर्ड को चरणबद्ध तरीके से समाप्त करने की सोच रहे हैं। इसके चलते चेहरे, आवाज, आंख, हाथ और हस्ताक्षर पहचान के लिए नई तकनीकी सेवाओं का विकास होगा।

Image- Dreamstime.com

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