मुखबा नेलांग के रास्ते भी होती थी कैलाश मानसरोवर यात्रा
आजादी से पहले तक गंगा के शीतकालीन प्रवास मुखबा गांव से 500 किमी की दूरी तय कर पहुंचा जाता था पवित्र कैलाश मानसरोवर, 1935 में स्वामी प्रणवानंद ने इस मार्ग से यात्रा पूरी कर किया था इसे लिपिबद्ध PEN POINT, DEHRADUN : कैलाश मानसरोवर, दुनिया भर में फैले करोड़ों हिंदुओं [...]