परिवहन दिवस : मानवीय लापरवाही से यातायात के साधन हो रहे जानलेवा, प्रदूषण भी बढ़ा रहे !
PEN POINT, DEHRADUN: हर साल 10 नवंबर को मनाया जाने वाला विश्व सार्वजनिक परिवहन दिवस, सार्वजनिक परिवहन की जरूरत और समाज और पर्यावरण पर इसके सकारात्मक प्रभावों के बारे में जन जागरूकता बढ़ाने के दुनियाभर की कोशिशों में शामिल है। सड़क, रेल, वायु और जल यातायात के विस्तार को सीधे तौर पर विकास से जोड़कर देखा जाता है। लेकिन वहीं दूसरी तरफ इसके विस्तार ने लोगों की चिंताओं को बढ़ाने का काम भी किया है।
दुनियाभर में एक बड़ा तबका मानता है कि परिवहन माध्यमों के बेजा विस्तार और बाज़ार ने इसके दुष्परिणाम सामने ला दिए हैं। क्योंकि इसका सीधा बुरा असर पर्यावरण पर पड़ रहा है। दुनियाभर में परिवहन के विस्तार से और इस पर आधारित उद्योगिकीकरण पर्यावरण के लिए बेहद खतनाक मानी जा रही है।
परिवहन दिवस पर इसलिए भी जरूरी हो जाता है। क्योंकि इस दिन सरकार और गैर सरकारी संस्थाएं देश दुनिया में यातायात के नियमों और उससे जुड़ी हुई मानवीय जिंदगी पर पड़ने वाले सीधे असर को लेकर तमाम तरह के जन जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किये जाते हैं। हर साल भारत में लाखों लोग सड़क दुर्घटनाओं का शिकार होते है। देश में सड़क हादसों में 12 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। केंद्र सरकार की ओर से इसकी रिपोर्ट जारी की गई है। केंद्रीय सड़क और परिवहन राजमार्ग मंत्रालय की ओर जारी आंकड़ें के मुताबिक भारत में सड़क हादसों में 12 फीसदी की वुद्धि हुई है। वहीं जारी की गई रिपोर्ट में बढ़ रहे सड़क हादसों की वजह भी बताई गई है। आइए जानते हैं कि किन कारणों से सड़क हादसों में बढ़ोतरी हुई है।
रिपोर्ट के मुताबिक पिछले साल यानी 2022 के दौरान कुल 4,61,312 सड़क दुर्घटनाएं दर्ज की गईं, जिसमें 1,68,491 लोगों की मौत हो गई और हादसे में 4,43,366 लोग घायल हुए थे। पिछले साल की तुलना में सड़क दुर्घटनाओं में 11.9 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। मौत में 9.4 फीसदी और घायलों में 15.3 फीसदी की बढोतरी हुई है।
इन कारणों से हो रहे हैं ज्यादातर सड़क हादसे : ओवरस्पीडिंग, लापरवाही से ड्राइविंग, नशे में ड्राइव करना, ट्रैफिक के नियमों की अनदेखी, बिना हेलमेट इसके अलावा सीट बेल्ट नहीं लगाना सड़क दुर्घटनाओं में बढ़ोत्तरी का बड़ा कारण है।
ऐसे में परिवहन दिवस को मनाने की जरूरत बेहद जरूरी हो जाती है। क्योंकि जैसा कि बताया जा चुका है कि देश और दुनिया में परिवहन के साधन बढ़ने के साथ ही कई तरह की व्यवस्थाएं भी बिगड़ रही हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए आज के दिन लोगों को यातायात से जुड़े नियमों के बारे में जानकारी दी जाती है। इसके साथ ही बढ़ती दुर्घटनाओं और यातायात के बेजा इस्तेमाल से पर्यवरण भी प्रदूषित हो रहा है। इस मौके पर थोड़ी मात्रा में ही सही लोगों को जागरूक करने के प्रयास किये जाते हैं। हालाँकि इसके अलावा परिवहन और याता पुलिस समय-समय पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करती ही रहती है।
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