UKPSC : नौकरी पाने का इंतजार होने लगा लंबा
समूह ग की नौकरियों में पारदर्शिता व नियुक्ति प्रक्रियाओं में तेजी के लिए UKSSSC से भर्ती वापिस लेकर UKPSC को सौंपी गई थी
PEN POINT, DEHRADUN : प्रदेश के लाखों बेरोजगारों के लिए सरकारी नौकरी पाने का इंतजार और लंबा होता जा रहा है। बीते सालों से यूकेएसएसएससी में भर्ती घपलों की भेंट चढ़ी कई प्रतियोगी परीक्षाओं के बाद राज्य सरकार ने पारदर्शिता सुनिश्चित करने और भर्ती प्रक्रियाओं में तेजी लाने के लिए उत्तराखंड लोक सेवा आयोग को समूह ग की भर्तियां आयोजित करने की जिम्मेदारी थी लेकिन अब उत्तराखंड लोक सेवा आयोग और संबंधित विभागों सुस्त गति से नौकरी पाने का इंतजार और लंबा होने लगा है। असल में जिन भर्ती प्रस्तावों में आयोग ने आपत्तियां लगाकर विभागों को वापिस भेजा था वह विभाग अब लोक सेवा आयोग को संसोधित प्रस्ताव वापिस ही नहीं भेज रहे हैं लिहाजा भर्ती प्रक्रिया अटकी हुई है। समूह-ग की आखिरी भर्ती नवंबर में कनिष्ठ सहायक की निकली थी, जिसके बाद चार माह से आयोग कोई भर्ती नहीं निकाल पाया। आलम यह है कि जिन भर्तियों की विज्ञप्ति आयोग के कैलेंडर के हिसाब से जनवरी में जारी होनी थी उन पदों पर विज्ञप्ति अब तक भी जारी नहीं हो सकी है।
उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग का पेपर लीक होने के बाद उठ रहे सवालों और विरोधों के बाद राज्य सरकार ने समूह ग की 18 भर्तियों को आयोजित करने की जिम्मेदारी उत्तराखंड लोक सेवा आयोग को सौंप दी थी। आयोग ने भी तेजी दिखाते हुए भर्ती परीक्षा का कैलेंडर जारी कर दिया। कैलेंडर बताया गया कि किस महीने कौन सी भर्ती होगी और संभावित तिथि क्या होगी। कैलेंडर जारी होते ही विभागों की ओर से रिक्त पदों पर भर्ती के प्रस्ताव भी उत्तराखंड लोक सेवा आयोग के पास पहुंचने लगे। आयोग ने बारीकी से प्रस्तावों का अध्ययन किया तो इनमें कई कमियां पाई गई तो आयोग ने इन भर्ती प्रस्तावों को कमियों को रेखांकित करते हुए संशोधन के लिए वापिस शासन को भेज दिए लेकिन अब संशोधित होकर वह प्रस्ताव लौटकर आयोग के पास नहीं आए। लिहाजा, अब जो भर्ती कैलेंडर जारी किया गया था उसके हिसाब से परीक्षाएं होनी मुश्किल है। ऐसे में बेरोजगारों का नौकरी पाने का इंतजार और लंबा होने वाला है।
इन भर्तियों के प्रस्ताव नहीं आए लौट कर
उत्तराखंड लोक सेवा आयोग ने जिन भर्ती प्रस्तावों को शासन को संशोधित करने के लिए वापिस भेजा था उनमें उप निरीक्षक, अग्निशमन द्वितीय अधिकारी, पर्यावरण पर्यवेक्षक, प्रयोगशाला सहायक, मानचित्रकार, प्रारूपकार, अन्वेषक आदि शामिल हैं। कायदे से अब तक इनके प्रस्ताव संशोधित होकर वापिस आयोग को मिल जाने चाहिए थे जिसके बाद इनकी भर्ती प्रक्रिया जारी होती लेकिन विभागों ने इनके संशोधित प्रस्ताव अभी भी नहीं लौटाए हैं। इनमें उप निरीक्षक पुलिस-अग्निशमन द्वितीय अधिकारी के भर्ती प्रक्रिया कैलेंडर के हिसाब से जनवरी के अंतिम सप्ताह होनी थी लेकिन अब तक नहीं हो सकी। वहीं, पर्यावरण पर्यवेक्षक-प्रयोगशाला सहायक की भर्ती प्रक्रिया कैलेंडर के हिसाब से फरवरी के अंतिम सप्ताह में शुरू होनी थी पर यह भी लंबित है। मानचित्रकार-प्रारूपकार के लिए विज्ञप्ति इसी महीने के तीसरे सप्ताह में जारी होनी थी पर प्रस्ताव के न लौटने से यह भी लंबित हो गई है।