Search for:
  • Home/
  • क्राइम न्यूज़/
  • VIRAL : पहले आदिवासी युवक के ऊपर किया पेशाब, फिर शपथ पत्र लिखवा खुद को बताया बेकसूर

VIRAL : पहले आदिवासी युवक के ऊपर किया पेशाब, फिर शपथ पत्र लिखवा खुद को बताया बेकसूर

– मध्य प्रदेश में इंसानियत शर्मशार, शराब के नशे में धुत भाजपा नेता ने आदिवासी युवक के चेहरे पर किया पेशाब
– वीडियो वायरल हुआ तो बचने के लिए खुद को बताया गुमशुदा, पीड़ित युवक ने शपथ पत्र दिलवाकर खुद को बताया बेकसूर
PEN POINT, DEHRADUN : मंगलवार को मध्य प्रदेश से वायरल एक वीडियो में मानवता शर्मशार होती दिखी। सत्ता के नशे में चूर भाजपा के एक नेता ने एक आदिवासी युवक के ऊपर पेशाब कर दिया, वीडियो वायरल हुआ तो बचने के लिए पीड़ित युवक से शपथ पत्र लिखवाकर खुद को बेकसूर तो बताया ही साथ ही खुद के गुमशुदा होने की रिपोर्ट भी दर्ज करवा दी। हालांकि, वीडियो के वायरल होने के बाद मध्य प्रदेश सरकार पर जब सवाल उठने लगे तो पुलिस ने आरोपी भाजपा नेता को गिरफ्तार कर एनएसए के तहत मुकदमा दर्ज कर दिया।
चार जुलाई मंगलवार को शाम चार बजे के आस-पास मध्य प्रदेश से एक चौंकाने वाला वीडियो ट्वीटर पर ट्वीट किया गया और देखते ही देखते वायरल हो गया। वीडियो में एक व्यक्ति दूसरे व्यक्ति के मुंह पर पेशाब करता नजर आ रहा है। बाद में घटना के बारे में जानकारी मिली कि यह घटना मध्य प्रदेश के सीधी जिले के कुबरी गांव की है। इस अमनावीय कृत्य में पेशाब करता दिख रहे आरोपी की पहचान हुई प्रवेश शुक्ला के रूप में। खुद को भाजपा का नेता बताने वाले प्रवेश शुक्ला को भारतीय जनता पार्टी के विधायक केदारनाथ शुक्ला का प्रतिनिधि बताया जा रहा है। वहीं, पीड़ित युवक की पहचान आदिवासी कोल समुदाय के युवक के रूप में हुई जो प्रवेश शुक्ला के गांव कुबरी का रहने वाला है। हालांकि, जिस व्यक्ति ने यह वीडियो रेकार्ड किया था उसकी माने तो यह घटना बीते साल की है। रेकार्ड करने वाले व्यक्ति एक मीडिया संस्थान से बात करते हुए बताते हैं कि बीते साल एक शाम को कोल समुदाय का वह व्यक्ति मेरी दुकान के पास बैठा था और तब ही विधायक का प्रतिनिधि माना जाने वाला प्रवेश शुक्ला वहां नशे में धुत होकर आया और वहां बैठे उस आदिवासी समुदाय के युवक पर पेशाब करने लगा, लोगों ने रोका भी पर वह नहीं माना।
बताया जा रहा है कि पहले यह वीडियो बीते 26 जून को जारी किया गया, लेकिन मंगलवार को यह अचानक वायरल हो गया। हालांकि, सोशल मीडिया पर जब वीडियो वायरल हुआ तो लोग मध्य प्रदेश सरकार से मुख्यमंत्री शिवराज चौहान ने आरोपी भाजपा नेता प्रवेश शुक्ला को गिरफ्तार कर कठोर कार्रवाई की मांग करने लगे। वहीं, कुछ लोग मध्य प्रदेश सरकार पर सलेक्टिव एक्शन का भी आरोप लगाने लगे। मध्य प्रदेश सरकार ने भी उत्तर प्रदेश की योगी सरकार के नक्शे कदम पर चलते हुए अपराध में शामिल आरोपियों के घरों पर बुल्डोजर चलाने की प्रथा शुरू की है, लिहाजा लोग भी मध्य प्रदेश सरकार को ट्रोल कर सवाल पूछने लगे कि क्या प्रवेश शुक्ला के घर पर भी बुल्डोजर चलेगा। देर शाम तक जब सोशल मीडिया पर यह मामला वायरल हो गया तो मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज चौहान ने एक बयान जारी कर कहा कि आरोपी युवक को गिरफ्तार कर कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी और युवक पर एनएसए यानि राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत मामला दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी। हालांकि, इस बीच जब वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा था तो आरोपी प्रवेश शुक्ला ने खुद को बचाने के लिए एक खेल खेलने की कोशिश की। उसने पीड़ित युवक की ओर से एक शपथ पत्र जारी करवाया जिसमें लिखा गया था कि वह वीडियो में प्रवेश शुक्ला नहीं है और दोनों के बीच अच्छे संबंध है और पीड़ित को प्रवेश शुक्ला से कोई शिकायत नहीं हैं। वहीं, इसके साथ ही प्रवेश शुक्ला और उसके परिवार ने भी पुलिस में प्रवेश शुक्ला की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवा दी साथ ही परिवार की ओर से प्रवेश शुक्ला को जान से मारने की धमकी मिलने की शिकायत पुलिस में दर्ज करवा दी गई। इस वीडियो के वायरल होने के बाद प्रवेश शुक्ला ने खुद को गुमशुदा दिखाने के लिए खुद को गायब कर दिया। क्योंकि गांव में यह वीडियो 26 जून को वायरल हो गया था लिहाजा 26 जून को ही प्रवेश शुक्ला को अहसास हो गया था कि उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई होगी लिहाजा उसके परिवार ने 27 जून को ही उसके गुमशुदा होने की रिपोर्ट दर्ज करवा दी थी। जबकि, इस दौरान परिवार ने पीड़ित से शपथ पत्र भी लिखवा कर सोशल मीडिया पर जारी करवा दिया। हालांकि, मामला जब मंगलवार को सोशल मीडिया में देश विदेश में वायरल हुआ तो विधायक ने प्रवेश शुक्ला को अपना प्रतिनिधि मानने से इंकार दिया। वहीं, मुख्यमंत्री शिवराज चौहान के निर्देशों के बाद पुलिस ने प्रवेश शुक्ला पर एससी/एसटी एक्ट और आईपीसी की अन्य संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है। देर रात उसे गिरफ्तार कर जेल भी भेज दिया गया।

क्या है शपथ पत्र में
खुद को बचाने के लिए प्रवेश शुक्ला ने उस पीड़ित से एक शपथ पत्र भी लिखवाया था जिसके चेहरे पर उसने पेशाब किया था। शपथ पत्र में पीड़ित कथित तौर पर यह लिखता है कि- “मेरा और प्रवेश शुक्ला का जो वीडियो वायरल किया जा रहा है वो झूठा और फर्जी है, मेरे साथ प्रवेश शुक्ला द्वारा कभी भी ऐसा कोई कृत्य नहीं किया गया है। मुझ पर प्रवेश शुक्ला के खिलाफ आदर्श शुक्ला व अन्य लोगों द्वारा पुलिस कार्रवाई करने का दबाव बनाया जा रहा है। जबकि वीडियो में दिखाया जा रहा वह दृश्य झूठा व फर्जी है।” हालांकि, साफ है कि जिस शख्स के चेहरे पर पेशाब करने जैसा अमानवीय कृत्य किया गया हो वह शपथ पत्र देकर आरोपी कैसे बेकसूर बता सकता है लिहाजा साफ है कि प्रवेश शुक्ला और उसके परिजनों की ओर से पीड़ित पर दबाब डालकर यह शपथ पत्र तैयार करवाया गया।

Leave A Comment

All fields marked with an asterisk (*) are required