आज से दवा महंगी दारू सस्ती
आज से आपके महीने के बजट में आएंगे बदलाव, पानी बिजली सफर होगा महंगा
PEN POINT, DEHRADUN : मार्च का महीना खत्म हो चुुका है और आज से शुरू हो रहा है नया वित्तीय वर्ष। लेखा जोखा के हिसाब से 1 अप्रैल से नया वित्तीय वर्ष शुरू होता है तो लिहाजा जो भी बदलाव सरकार को करने होते हैं वह आमतौर पर 1 अप्रैल से प्रभाव में आते हैं। तो आईए जानते हैं कि आज से आपकी रोजमर्रा की जिंदगी में क्या क्या बदलाव आने वाले हैं।
15 साल पुरानी गाड़ी है तो – अगर आपका वाहन 15 साल या उससे पुराना है तो उसे स्क्रैप में बेच दें। नये नियमों के मुताबिक आज से 15 साल और उससे पुराने वाहन सड़कों पर नहीं दौड़ सकंेगे। अभी भी फिलहाल राज्य में 15 साल पुराने साढ़े पांच हजार सरकारी वाहनों को स्क्रैप में भेज दिया गया है।
बिजली का बिल चुकाना होगा ज्यादा – अगर पिछले महीने तक आपका महीने का बिजली का बिल 1 हजार रूपये हर महीने का आता था तो अब 1096 रूपये का बिल आएगा। यानि इस महीने से आपको 10 फीसदी के करीब ज्यादा बिजली का बिल चुकाना होगा।
पानी का बिल भी ज्यादा आएगा – अब पानी का बिल भी आज से आपके महीने का बजट बिगाड़ने वाला है। जल संस्थान की ओर से अब हर महीने 150 से 200 रूपये ज्यादा लिए जाएंगे आपसे।
ज्यादा टोल टैक्स चुकाना होगा- अगर आप देहरादून और ऋषिकेश के बीच सफर करते हैं तो आज से आपको अब ज्यादा टोल चुकाना होगा। दून हरिद्वार हाईवे पर कुंआवाला के पास स्थित टोल पर आज से 5 रूपये से लेकर 40 रूपये तक ज्यादा टोल आपको चुकाना होगा तो सफर भी महंगा साबित होने वाला है आज से।
कूड़ा – देहरादून में रहने वाले लोगों को अब अप्रैल से कूड़ा उठाने वाली गाड़ी को 20 रूपये अतिरिक्त देने होंगे। आज से डोर टू डोर कूड़ा उठाने वाली गाड़ियों ने कूड़ा उठान में हर महीने 20 रूपये की बढ़ोत्तरी कर दी है। यानि अब तक अगर आप महीने का 60 रूपये दे रहे थे तो इस अप्रैल से 80 रूपये चुकानें पड़ेंगे और अगर अब तक 80 रूपये दे रहे थे तो 100 रूपये देने होंगे।
दवा महंगी दारू सस्ती – जी हां, आज से कई महत्वपूर्ण दवाओं के मूल्य में भी बढ़ोत्तरी हो जाएगी। खासकर एंटीबायोटिक, ह्दयरोग संबंधी दवाओं की कीमतों में बढ़ोत्तरी होगी, बढ़ोत्तरी कितनी होगी वह तय करता है कि किस ब्रांड की दवा ली जा रही है। लेकिन, दवा महंगी मिलेगी पर दारू सस्ती मिलेगी। राज्य में शराब की बोतल आज से 100 रूपये से लेकर 300 रूपये तक सस्ती मिलेंगी। यानि स्वास्थ्य में सुधार थोड़ा महंगा होगा जबकि बीमार होने के लिए कम पैसे खर्च करने पड़ेंगे।