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सामान्य रहा मानसून फिर भी इतना नुकसान

– राज्य में इस साल अब तक मानसून के बादल सामान्य स्तर पर ही बरस रहे हैं, इसके बावजूद राज्य को एक हजार करोड़ रूपए का हुआ है नुकसान
PEN POINT, DEHRADUN : राज्य में मानसूनी बारिश जारी है। मौसम विभाग की माने तो इस साल राज्य में मानसूनी बादल सामान्य स्तर पर बरसे हैं लेकिन मानसूनी बूंदों ने राज्य को एक हजार करोड़ रूपए से भी ज्यादा का नुकसान पहुंचाया है। मानसूनी बारिश की बेबर्द बूंदे 80 से ज्यादा लोगों के लिए जानलेवा साबित हुई तो दर्जनों आवासीय बस्तियों को खतरे के मुंहाने पर लाकर छोड़ दिया है।
बीते महीने से राज्य में मानसूनी बारिश से मची तबाही की डरावनी तस्वीरे देख लोग सहमें हुए हैं। भारी बारिश से उफान में आई नदियां, भराभराकर गिरते आवासीय व व्यवसायिक भवन, भूस्खलन, खतरे की जद में आए आवासीय भवनों की तस्वीरें हर दिन सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। भारी बारिश से हर तरफ बर्बादी के निशान आसानी से देखे जा सकते हैं लेकिन यह भी तथ्य है कि इस साल अब तक मानसूनी बादल अपने सामान्य स्तर पर ही बरसे हैं। ऐसे में उम्मीद लगाई जा सकती है कि यदि मानसून सामान्य से ज्यादा बरसता तो राज्य में कितना नुकसान होता इसका अनुमान लगाना भी मुश्किल है। इस वर्ष जून से लेकर अब तक राज्य में सामान्य तौर पर होने वाली 904.20 मिमी बारिश के सापेक्ष 1019 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई है। इस हिसाब से एक जून से अब तक 13 फीसदी अधिक बारिश हुई है। मानसूनी बारिश के दौरान सामान्य से 19 फीसदी से अधिक बारिश को ही अतिवृष्टि की श्रेणी या अधिक बारिश की श्रेणी में रखा जाता है तो इस लिहाज से इस साल अब तक राज्य में सामान्य बारिश ही हुई है।
हालांकि, इस दौरान मानसूनी सीजन की इस सामान्य बारिश ने राज्य में जमकर कहर बरपाया है। अब तक राज्य के अलग अलग इलाकों में बारिश से पैदा हुए हालातों के चलते 86 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि दो दर्जन से अधिक लोग अभी भी लापता है। ऐसे में मृतकों की तादात सौ से भी ज्यादा पहुंचने की आशंका है। वहीं, सरकारी, गैर सरकारी संपतियों को हुए नुकसान का आकलन अब तक एक हजार करोड़ रूपए से अधिक का किया जा चुका है। जबकि भारी बारिश के चलते हुए भूस्खलन, भूधंसाव से 253 मोटर मार्ग बंद हैं तो 90 से ज्यादा मोटर व पैदल पुलों को भारी नुकसान पहुंचा है।
इस मानसूनी सीजन में सबसे ज्यादा नुकसान की खबरें देहरादून, हरिद्वार, चमोली से आ रही है। वहीं, बागेश्वर में इस साल सबसे ज्यादा बारिश रेकार्ड की गई है। बागेश्वर में तो इस बार सामान्य से 178 प्रतिशत अधिक यानी अत्यधिक बारिश हो चुकी है। हरिद्वार जिले में सामान्य से 83 प्रतिशत अधिक बारिश हो चुकी है। जिले में जलभराव और बाढ़ के कारण सबसे गंभीर स्थिति है। चमोली जिले में 67 प्रतिशत तो देहरादून में 58 प्रतिशत बारिश सामान्य से अधिक हो चुकी है।

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