तो आज ही सम्पन्न कर दिया जाएगा मानसून सत्र ?
PEN POINT, DEHRADUN : उत्तराखंड विधानसभा का मानसून सत्र चल रहा है। मंगलवार से शुरू हुए इस तीन दिनी सत्र के पहले दिन दिवंगत पूर्व विधायकों को श्रद्धांजलि के तौर पर चलाया गया। वहीं बुधवार को प्रश्नकाल के साथ ही आज 6 सितंबर को सदन में अनुपूरक बजट के साथ ही तमाम अध्यादेशों और अन्य विधेयकों को पेश किए जाने की बात हो रही है। सब कुछ फटाफट वाली रफ़्तार से हो रहा है। विधानसभा के गलियारों में यह चर्चा जोरों पर है कि आज ही विधानसभा सत्र संपन्न कर दिया जाएगा। सत्र घोषणा के कार्यक्रम के तहत इस मानसून सत्र को 8 सितम्बर तक चलना है।
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बता दें कि 7 सितम्बर को कृष्ण जन्माष्ठमी के अवकाश के चलते तमाम विधायकों और मंत्रियों को अपने अपने क्षेत्रों में कई कार्यक्रमों में शरीक होना है। ऐसे में 8 सितम्बर को तयारी के साथ सदन में लौटना व्यवहारिक नहीं हो पाएगा। ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि बुधवार को ही ही सभी औपचारिकताएं पूरी कर आज ही सदन के इस सत्र को सम्पन्न किया जा सकता है।
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वहीं दूसरी तरफ नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य और सदन में विपक्ष के उपनेता भुवन कापड़ी ने इसे बेहद दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। वे सत्र को लंबा चलाने कि मांग कर रहे हैं। इस पर उन्होंने सत्र को संपंन्न करने के पीछे सरकार जनता से जुड़े हुए गंभीर विषयों की जवाबदेही से बचना चाहती है। आर्य ने कहा आज प्रदेश में बेरोजगारी, आपदा, अतिक्रमण की आड़ में जनता का उत्पीड़न, महंगाई की मार जैसे गंभीर मुद्दों खुद को बचना चाह रही है। उन्होंने कहा कि सदन कि कार्रवाई को पूर्ण तरह से संचालित किया जाना चाहिए।
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विपक्षी नेताओं के इन सभी सवालों का जवाब देते हुए संसदीय कार्य मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि कमेटी आवश्यकता अनुसार और आए बिजनेस के हिसाब से ही सत्र के दिन निर्धारित करती है। सत्र की कार्रवाई को ज्यादा लंबा रखने से जनता का ज्यादा पैसा खर्च होता है। यदि इन सबके बावजूद भी कोई बिजनेस छूट जाता है तो विधानसभा अध्यक्ष पर निर्भर करता है कि वे सदन की कार्रवाई को आगे बढ़ा सकते है।