व्लॉगरों को झटका, बदरी केदार में नहीं बनाने देंगे वीडियो व्लॉग्स
सोशल मीडिया पर वायरल कंटेट की तलाश में बीते साल मंदिर परिसर में बने वीडियो से पैदा हुए विवादों से मंदिर समिति ने लिया सबक
PEN POINT, DEHRADUH – केदारनाथ व बदरीनाथ धाम में बीते साल रील्स व वीडियो व्लॉग बनाने वालों की वजह पैदा हुई अव्यवस्थाओं से सबक लेते हुए इस बार बदरीनाथ व केदारनाथ में फोन लेकर जाने में प्रतिबंध रहेगा। बीते साल कई ऐसे वीडियो वायरल हुए थे जिसमें चारधाम में पहुंचे कई यात्री वीडियो रील्स बनाने और व्लॉग्स बना रहे थे जिससे लाइनों में लगे दर्शनार्थियों समेत यात्रियों को भी परेशानी का सामना करना पड़ा। बरीनाथ केदारनाथ में बीते सालों व्लॉगरों और रील्स बनाने के शौकीनों की वजह से हुई अव्यवस्थाओं से सबक लेते हुए बदरी केदार मंदिर समिति की ओर से यह प्रस्ताव राज्य सरकार को सौंपा गया है। मंदिर समिति के प्रतिनिधिमंडल ने बीते दिनों तिरुपति बालाजी, वैष्णो देवी, महाकाल और सोमनाथ मंदिर के प्रबंधन और व्यवस्था का अध्ययन करने गई थी। अध्ययन कर लौटे प्रतिनिधिमंडल ने मंदिरों में फोन पर पाबंदी का यह सुझाव दिया है। मुख्यमंत्री से चर्चा के बाद समिति मानक प्रचालन प्रक्रिया (एसओपी) जारी करेगी।
स्वयं समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने इसकी पुष्टि की है। उनके मुताबिक, पिछले साल यात्रा के दौरान बदरीनाथ और केदारनाथ मंदिर में यू-ट्यूबर और व्लॉगर्स की वजह से कई बार मुश्किल परिस्थितियां पैदा हुई। ऐसे में अध्ययन कर लौटी टीम ने बताया कि देश के प्रमुख चार मंदिरों में फोन लेकर जाने पर प्रतिबंध है और इसे बदरी केदार में भी लागू किया जा सकता है।
गौरतलब है कि केदारनाथ यात्रा के वीडियो व्लॉग व रील्स यात्रा सीजन के दौरान सोशल मीडिया पर ट्रैंड करते हैं। यहां तक कि वीडियो व्लॉगर्स और रील्स क्रिएटर की बड़ी फौज यात्रा सीजन में दर्शन से ज्यादा वायरल कंटेट की तलाश में बदरी केदार पहुंच जाती है। बीते साल कई बार ऐसे वीडियो भी मंदिर परिसरों में वायरल हुए जो बेहद आपत्तिनजक भी थे जिसके बाद मंदिर समिति ने मंदिर के इर्द गिर्द वीडियो बनाने पर रोक का फरमान भी जारी किया लेकिन वीडियो बनाने का काम बदस्तूर जारी रहा।
ऐसे में यदि मुख्यमंत्री की अनुमति के बाद मंदिर समिति मोबाइल संबंधी एसओपी तैयार करती है तो वायरल कंटेट की तलाश में बदरी केदार पहुंचने वाले सोशल मीडिया इन्फ्लूएंसर को निराशा हाथ लग सकती है।